चिराग पासवान पार्टी में अकेले पड़े, चाचा पशुपति पारस संसदीय दल के नेता बने
नई दिल्ली/पटना, 14 जून (हि.स.)।रामविलास पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में नेतृत्व परिवर्तन हो गया है। बेटे चिराग पासवान अब अकेले हो गये हैं क्योंकि उनके साथ रहे 6 में से 5 सांसद चाचा पशुपति कुमार पारस के साथ चले गये हैं। पांचों सांसदों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान को सभी पदों से हटा दिया है और चाचा पशुपति कुमार पारस को अपना नेता चुन लिया है।
पशुपति पारस को संसदीय दल के नेता का जिम्मा सौंपा गया है। पारस ने अब पार्टी पर दावा ठोकने को लेकर चुनाव आयोग का दफ्तर खटखटाया है। इधर चिराग पासवान जब अंतिम दांव चलने के लिए चाचा पारस के घर पहुंचे तो करीब पंद्रह मिनट तक गेट पर खड़े रहने के बाद चाचा के घर का गेट खुला। इसके बाद चिराग घर में तो गये लेकिन चाचा से मुलाकात नहीं हुई। एक घंटे इंतजार के बाद चिराग बेआबरू होकर चाचा के घर से निकल गये। रविवार की शाम लोजपा के पांच सांसदों ने दिल्ली में बैठक की जिसमें तीन सांसदों को नई जिम्मेदारी देने का निर्णय लिया गया। इसके साथ ही लोजपा सांसद पशुपति कुमार पारस, चौधरी महबूब अली कैसर, वीणा सिंह, चंदन सिंह और प्रिंसराज की चिराग से राहें अलग हो गई हैं।
लोजपा में नेतृत्व परिवर्तन की पटकथा पहले ही लिखी गयी
लोक जनशक्ति पार्टी (लोजपा) में नेतृत्व परिवर्तन की रविवार को लिखी गयी जो पटकथा की तैयारी बहुत पहले से थी। पार्टी के सभी सांसद पिछले काफी दिनों से बिहार में ही थे। खुद पारस शनिवार तक पटना में थे। पार्टी के सूत्रों के मुताबिक शनिवार की शाम भाजपा से ग्रीन सिग्नल मिला। इसके बाद पारस समेत लोजपा के सांसद दिल्ली रवाना हो गये। रविवार की शाम वैशाली से सांसद वीणा देवी के घर पर लोजपा के पांचों सांसदों की बैठक हुई। दिल्ली के बीडी मार्ग पर सरस्वती अपार्टमेंट में वीणा देवी का फ्लैट है। यहां पारस समेत सभी सांसद जुटे।
वीणा देवी के घर हुई इस बैठक में लोजपा के पांच सांसदों ने पशुपति पारस को पार्टी के संसदीय दल का नया नेता चुन लिया। महबूब अली कैसर को संसदीय दल का उपनेता चुना गया। चंदन सिंह को संसदीय दल का मुख्य सचेतक बनाया गया। लोजपा की इस बैठक में जदयू के नेता ललन सिंह भी मौजूद थे। इसके बाद ही लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला से मिलने का समय मांगा गया। आनन-फानन में समय मिल भी गया। लोकसभा अध्यक्ष के घर पर पहले से ही भाजपा के नेता भूपेंद्र यादव मौजूद थे। छुट्टी के दिन रविवार को रात में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला लोजपा सांसदों से मिले और उनसे वो पत्र लिया जिसमें पारस को लोजपा संसदीय दल का नेता चुनने की जानकारी दी गयी थी।