शाहजहांपुर, 25 सितम्बर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के चर्चित पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री चिन्मयानंद दुष्कर्म एवं रंगदारी मामले में बुधवार को नया मोड़ आ गया। चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली विधि छात्रा को रंगदारी मांगने के मामले में एसआईटी ने बुधवार सुबह गिरफ्तार किया।
स्वामी चिन्मयानंद पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली उनके कॉलेज की विधि छात्रा व उसके तीन साथियों पर आरोप था कि उन्होंने मोबाइल फोन के जरिये स्वामी चिन्मयानंद से पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी थी। मामले में विशेष जांच दल ने छात्रा के तीनों साथियों संजय, सचिन और विक्रम को 20 सितम्बर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था।
वहीं, गिरफ्तारी से बचने के लिए बीते सोमवार को विधि छात्रा ने इलाहाबाद हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे कोर्ट ने अस्वीकार कर दिया था। इसके बाद विधि छात्रा ने मंगलवार को स्थानीय जिला सत्र न्यायाधीश की अदालत में अग्रिम जमानत के लिए अर्जी लगाई जो अपर जिला जज प्रथम सुधीर कुमार पंचम के यहां पेश हुए थी। अदालत ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद छात्रा की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए 26 सितम्बर की तारीख तय की थी। साथ ही अदालत ने विशेष जांच दल को निर्देश दिया कि 26 तारीख पर मामले से सम्बंधित साक्ष्यों को कोर्ट में पेश किए जाए।
हालांकि उससे पहले ही विशेष जांच दल ने बुधवार सुबह पीड़िता को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। पीड़ित छात्रा को पहले कोतवाली लाया गया, फिर कानूनी कार्यवाही करने के बाद विशेष जांच दल व सुरक्षा घेरे में उसे चिकित्सीय जांच के लिए मेडिकल कॉलेज स्थित ट्रामा सेंटर में ले जाया गया। जहां से बाद में उसे कोर्ट में पेश किया जाएगा। पीड़ित के भाई ने बताया कि सुबह लगभग साढ़े सात बजे विशेष जांच दल पूछ्ताछ के बहाने उनके घर पहुंची और पूछ्ताछ करने के बाद जबरन बहन को गिरफ्तार कर लिया।
उल्लेखनीय है कि स्वामी चिन्मयानंद पर उनके ही कॉलेज में पढ़ने वाली कानून की एक छात्रा ने ब्लैकमेल कर दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था। दूसरी तरफ चिन्मयानंद की ओर से पांच करोड़ की रंगदारी वसूलने के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया गया था। दोनों मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के निर्देश तथा हाईकोर्ट की निगरानी में विशेष जांच दल द्वारा की जा रही थी। विशेष जांच दल दुष्कर्म के आरोपित चिन्मयानंद व उनसे रंगदारी मांगने के मामले में छात्रा के तीन साथियों को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। स्वामी को गिरफ्तार करने वाली एसआईटी टीम का नेतृत्व उत्तर प्रदेश पुलिस के महानिरीक्षक नवीन अरोरा कर रहे हैं।