शाहजहांपुर, 17 सितम्बर (हि.स.)। न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम गीतिका सिंह के समक्ष विधि छात्रा के 164 के तहत कलमबंद बयान होने के बाद सोमवार रात स्वामी चिन्मयानंद की तबीयत बिगड़ गई। आनन-फानन में कार्डियोलॉजिस्ट एवं फिजीशियन सहित चार डॉक्टरों की टीम चिन्मयानंद के मुमुक्षु आश्रम पहुंची और उनका इलाज शुरू किया। फिलहाल डॉक्टर का कहना है कि उनकी हालत सामान्य होने में कुछ वक्त लगेगा।
कार्डियोलॉजिस्ट केसी वर्मा ने मंगलवार को बताया कि कई जांचें की गई हैं। कार्डियक से सम्बंधित कोई लक्षण सामने नहीं आये हैं। उनका शुगर लो है, ब्लड प्रेशर भी बढ़ा हुआ है, जिसकी दवाएं पहले से चल रही थीं। जांच में पता चला है कि उनको डायरियां की शिकायत है, जिसका इलाज किया गया है। स्वामी चिन्मयानंद के प्रवक्ता का कहना है कि चिन्मयानंद पर झूठे आरोपों के बाद से उनकी हालत लगातार बिगड़ी है। उनको घबराहट व सीने में दर्द की शिकायत थी जिसके बाद रात में आश्रम पहुंची डॉक्टरों की टीम ने उनका उपचार शुरू किया। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है।
हाईकोर्ट के निर्देश पर गठित एसआईटी इस मामले की जांच कर रही है। इसके तहत सोमवार को कोर्ट में छात्रा ने 164 के कलमबंद बयान दर्ज करवाये थे। ऐसा बताया जा रहा है पीड़िता की कही गई बातों को सबूत के तौर पर माना जाएगा। एसआईटी अपनी जांच में उस बयान को शामिल करेगी। माना जा रहा है बयान दर्ज होने के बाद कोर्ट के आदेश पर स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ पुलिस दुष्कर्म का मुकदमा दर्ज कर सकती है। इसके बाद उनकी गिरफ्तारी की भी आशंका है।
उल्लेखनीय है कि स्वामी शुकदेवानंद विधि महाविद्यालय में एलएलएम की एक छात्रा ने गत 24 अगस्त को एक वीडियो वायरल कर पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता स्वानी चिन्मयानंद पर कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद करने एवं उसे तथा उसके परिवार को जान का खतरा बताया था जिसके बाद लड़की लापता हो गई थी। इसके बाद चिन्मयानंद के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया गया था। बाद में लड़की राजस्थान में बरामद की गई जिसके बाद मीडिया के सामने छात्रा ने चिन्मयानंद पर दुष्कर्म करने व शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया था।