चिन्मयानंद प्रकरण: एसआईटी ने कोर्ट में दाखिल की चार्जशीट

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कोर्ट में चिन्मयानंद, छात्रा और उसके तीनों आरोपित दोस्त रहे मौजूद 



शाहजहांपुर, 06 नवम्बर (हि.स.)। स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) ने बुधवार को पूर्व केन्द्रीय गृहमंत्री स्वामी चिन्मयानंद के खिलाफ यौन शोषण के मामले और चिन्मयानंद से रंगदारी मांगे जाने के मामले की जांच पूरी करने के बाद मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी। इस दौरान कोर्ट परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। अदालत में स्वामी चिन्मयानंद, आरोपित छात्रा और उसके दोस्त संजय सिंह, सचिन, विक्रम को भी पेश किया गया।
सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सरकार ने चिन्मयानंद यौन शोषण के मामले और चिन्मयानन्द से रंगदारी मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया था। इलाहाबाद हाई कोर्ट की निगरानी में दोनों प्रकरण की जांच एसआईटी कर रही थी। एसआईटी ने करीब दो महीने की विवेचना के दौरान 47 सौ पन्नों की केस डायरी तथा 20-20 पन्नों की चार्जशीट तैयार की। एसआईटी प्रमुख आईजी नवीन अरोड़ा ने मंगलवार को ही साफ कर दिया था कि दोनों मामलों में बुधवार को कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी जाएगी।
जांच-पड़ताल के दौरान 105 लोगों के बयान दर्ज किये गए और करीब 20 भौतिक साक्ष्य इकठ्ठा किये गए। लगभग 55 अभिलेखीय साक्ष्य लिए गए जो विभिन्न दस्तावेज से सम्बंधित थे। यही नही, एसआईटी को जांच के दौरान जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन व भाजपा नेता डीपीएस राठौर के लैपटॉप और मोबाइल से चिन्मयानंद के अश्लील वीडियो मिले थे। डीपीएस राठौर और अजीत सिंह ने चिन्मयानंद से सवा करोड़ रुपये की मांग की थी। इसलिए दोनों को आईपीसी की धारा 385, 201 व 506 का आरोपित बनाया गया है, लेकिन इनकी गिरफ्तारी नहीं की गई।
इसी क्रम में बुधवार को एसआईटी ने यौन शोषण के आरोपी स्वामी चिन्मयानंद व चिन्मयानंद से रंगदारी मांगे जाने के मामले में छात्रा समेत सभी आरोपितों के खिलाफ मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत में चार्जशीट दाखिल कर दी है। इसके साथ ही कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच स्वामी चिन्मयानंद व छात्रा समेत सभी आरोपितों को भी अदालत में पेश करने के बाद वापस जेल भेज दिया गया। इस दौरान सुरक्षा की दृष्टि से कोर्ट परिसर में चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात रहा।
जांच एजेंसी उच्च न्यायालय में दाखिल करेगी अंतिम स्टेटस रिपोर्ट 
एसआईटी प्रमुख आईजी नवीन अरोड़ा ने बताया कि पूर्व में दो बार उच्च न्यायालय में स्टेटस रिपोर्ट दाखिल की जा चुकी है। उच्च न्यायालय में 28 नवम्बर को अंतिम स्टेटस रिपोर्ट मय शपथ पत्र के दाखिल की जाएगी।

 


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