चीन ने नेपाल के हुमला क्षेत्र पर किया कब्जा, पीएम की विशेषज्ञ समिति ने की पुष्टि
काठमांडू, 25 अक्टूबर (हि.स.)। पड़ोसी देशों की सीमाओं पर बुरी नजर रखने वाले चीन ने अब नेपाल की सीमाओं का अतिक्रमण करते हुए नेपाल के हुमला क्षेत्र पर कब्जा कर रहा है। नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा की विशेषज्ञ समिति ने अपनी रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की है।
नेपाल की सीमा में चीन के घुसपैठ और कब्जे के लिए बढ़ते विरोध के बाद प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने ऑन-फील्ड अध्ययन करने के लिए एक पैनल का गठन किया गया था। अब इस पैनल ने पिछले हफ्ते नेपाली गृह मंत्री बाल कृष्ण खंड को अपनी रिपोर्ट सौंपी है।
इस रिपोर्ट में बताया गया है कि चीन ने नेपाल के हुमला इलाके में घुसपैठ की है। नेपाल के समाचार पत्र ने बताया कि इस कमेटी में शामिल संयुक्त सचिव जय नारायण आचार्य ने पिलर नंबर 4 से 13 तक की समस्याओं की पहचान की है।
रिपोर्ट में विशेषज्ञ ने नेपाल की राज्य नीति में सीमा मुद्दों को शामिल करने और इनके स्थायी समाधान के महत्व पर जोर दिया है।
विशेषज्ञों ने कहा कि सीमा से जुड़े ऐसे संवेदनशील और द्विपक्षीय मामलों को एक स्थायी तंत्र के माध्यम से संबोधित करने की जरूरत है, लेकिन यह पाया गया है कि ऐसी कोई पहल नहीं की गई है।
नियमों के अनुसार नेपाल के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में पर चीन ने अवैध रूप से अपना दावा किया है। विशेषज्ञों ने कहा कि यह पाया गया है कि चीनी पक्ष ने नेपाली क्षेत्र में तार और बाड़ लगा दी थी। चीनी पक्ष नेपाली क्षेत्र में 145 मीटर अंदर एक स्थायी नहर बनाने की भी कोशिश कर रहा था। इसके बाद वह सड़क भी बनाना चाहता था।
उन्होंने बताया कि इस नहर निर्माण को लेकर नेपाल के सशस्त्र पुलिस बल को हस्तक्षेप और विरोध करना पड़ा था। जिसके बाद चीनी पक्ष ने संरचनाओं को नष्ट कर दिया लेकिन मलबे अभी भी दिखाई दे रहे थे। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि चीनी पक्ष ने पिलर संख्या 6 (1) को भी घेरकर तारबंदी कर दी है। यह इलाका तकनीकी रूप से नेपाल का है। इसी तरह चीन ने पिलर संख्या 6 (1) से 6 (2) के बीच के क्षेत्रों में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने का प्रयास किया है।
वहीं नेपाल-चीन संख्या पर पिलर संख्या 7 (2) गायब है। नेपाली अधिकारियों के खोजी अभियान चलाने के बावजूद यह पिलर नहीं मिला है। चीन ने नेपाल-चीन साझा पिलर संख्या 9 (2) के पास स्थित पिलर संख्या 10 के पास बाड़ लगाकर सीमा प्रोटोकॉल का भी उल्लंघन किया है। चीन पर नेपाल के नागरिकों को नेपाली क्षेत्र में अपने मवेशियों को चराने से रोकने का भी आरोप लगाया गया है।