कल्बिनूर गेनी ने खोली उइगर मुसलमानों पर चीन के जुल्मों की पोल
बीजिंग, 02 सितम्बर (हि.स.)। चीन द्वारा उइगर मुसलमानों पर जुल्म और प्रताड़ना के आरोप हमेशा लगते रहे हैं और ड्रैगन इससे इनकार करता रहा है लेकिन एक उइगर महिला कल्बिनूर गेनी ने चीन की पोल खोलते हुए उइगरों पर होने वाले जुल्मों को दुनिया के सामने रखा है।
कल्बिनूर गेनी ने दिसंबर के महीने में यूनाइटेड स्टेट के अधिकारियों से मुलाकात के दौरान चीन की शिकायत करते हुए कहा था कि उनकी बहन रेणुगल गेनी को शिनजियांग प्रांत में कैद कर रखा है। रेणुगल और परिवार के अन्य सदस्यों पर चीन लगातार वहां जुल्म ढा रहा है।
कल्बिनूर गेनी ने पूर्व अमेरिकी सचिव माइक पोम्पियो से मुलाकात में चीन की शिकायत करते हुए कहा था कि पिता की मौत के बाद प्रार्थना करने पर उनकी बहन को कैद कर दिया गया था। पिता की मौत के बाद रेणुगल को धार्मिक क्रिया-कलापों की वजह से 17 सालों तक कैद कर रखा था। उनपर धार्मिक किताब रखने का भी आरोप लगाया गया था। कल्बिनूर ने कहा कि 39 साल की उनकी बहन दो बच्चों की मां है और पेशे से शिक्षक भी है।
एक रिपोर्ट में कल्बिनूर के हवाले से बताया गया कि इसी साल उनकी बहन को जेल में डाल दिया गया है। रिपोर्ट के मुताबिक 18 लाख उइगर और अन्य मुस्लिम अल्पसंख्यकों को शिनजियांग प्रांत में कैद कर रखा गया है। इन सभी को जबरन मजदूरी के साथ प्रताड़ित किया जाता है।
कल्बिनूर के मुताबिक साल 2017 से ही उनका संपर्क उनके परिवार से नहीं हो पा रहा था। उन्हें अपनी बहन को कैद किये जाने के बारे में जानकारी नहीं थी। मई 2019 में कल्बिनूर को अपने दोस्तों के जरिए बहन के बीजिंग में होने का पता चला।
कल्बिनूर ने 3 दिसंबर, 2020 को पूर्व अमेरिकी सचिव माइक पोम्पियो से मुलाकात की थी। इसके बाद प्रशासन ने कल्बिनूर और उनके परिवार के सदस्यों पर प्रत्यक्ष तथा अप्रत्यक्ष तौर से दबाव बनाना शुरू कर दिया था।
कल्बिनूर के मुताबिक वॉयस मैसेज भेज कर उनसे कहा जा रहा था कि वो बेवजह इन सब बातों में ना पड़े। कल्बिनूर ने कहा कि चीनी सरकार उइगर मुस्लिमों के परिवार के सदस्यों को पकड़ कर सजा दे रही है। इसके बाद चीनी सरकार इन मुसलमानों के परिवार वालों पर नियंत्रण रखती है। कल्बिनूर ने कहा कि उन्हें कई धमकियां भी मिली थीं।