प्रतिदिन 50 लाख लोगों को मनरेगा के साथ जोड़ने का हो प्रयास: योगी आदित्यनाथ

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ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा रोजगार सृजन का बन सकता है बड़ा माध्यम



लखनऊ, 12 मई (हि.स.)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश के अंदर इस महीने के अंत तक हम लगभग एक करोड़ से अधिक उन रोजगार की संभावनाओं को आगे बढ़ाएं, जो प्रदेश के हर नागरिक के प्रत्येक हाथ को रोजगार दे सकें। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में मनरेगा रोजगार सृजन का एक बड़ा माध्यम बन सकता है। 23 करोड़ की आबादी वाले प्रदेश में हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम प्रतिदिन 50 लाख लोगों को रोजगार दे सकें।
वर्तमान समय में रोजगार उपलब्ध कराना सबसे बड़ा कार्य
उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में सबसे बड़ा कार्य है कि हम अधिक से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाएं और ऐसा तब ही संभव हो पाएगा, जब प्रत्येक ग्राम रोजगार सेवक पूरी मज़बूती के साथ अपने उत्तरदायित्वों का निर्वाहन करेगा।
35,818 ग्राम रोजगार सेवकों के खातों में 225.39 करोड़ रुपये का भुगतान
मुख्यमंत्री योगी ने अपने सरकारी आवास पर 35,818 ग्राम रोजगार सेवकों के खाते में डीबीटी के माध्यम से 225.39 करोड़ रुपये का मानदेय हस्तांतरित किया। उन्होंने कहा कि ग्राम्य विकास विभाग ने आज रोजगार सेवकों से जुड़ी हुई समस्याओं का समाधान किया है। ये समस्याएं नवम्बर 2016 से ये समस्याएं लंबित थीं।उन्होंने कहा कि रोजगार सृजन के बड़े माध्यम हमारे बीच में ही मौजूद हैं, केवल संभावनाओं को तलाशने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि प्रवासी कामगार और श्रमिकों को विभिन्न स्थानों पर उनकी स्किल के अनुरूप रोजगार देने की व्यवस्था उत्तर प्रदेश जैसे राज्य में संभव है। इस क्रम में हमने नीतियां बनाई हैं। कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिए हमने रोड मैप तैयार किया है।
एमएसएमई सेक्टर में लाखों लोगों को दिया जा सकता है रोजगार
मुख्यमंत्री ने कहा कि सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम, एमएसएमई सेक्टर में लाखों लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा सकता है। उन्होंने कि हमारा प्रयास होना चाहिए कि प्रतिदिन 50 लाख लोग प्रदेश में मनरेगा के रोजगार के साथ जुड़ें। ऐसा करने से प्रदेश की अर्थव्यवस्था को एक नया बल मिलेगा।
1.80 करोड़ बच्चों की स्कूल ड्रेस-स्वेटर का काम महिला स्वयंसहायता समूहों को
उन्होंने कहा कि हम लोग प्रतिवर्ष बेसिक शिक्षा परिषद में 1.80 करोड़ से अधिक बच्चों की यूनिफॉर्म और स्वेटर बनाते हैं, यह यूनिफॉर्म और स्वेटर बनाने का काम हम महिला स्वयंसेवी समूहों को दे सकते हैं। ऐसे कई कार्यों के लिए हम लोगों और महिला स्वयं सेवी समूहों को प्रेरित कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि बहुत सारे लोग विभिन्न स्थानों पर नए-नए रोजगार और नई नई संभावनाओं को आगे बढ़ाने में अपना योगदान दे सकते हैं।
ग्राम रोजगार सेवकों से की बातचीत
मुख्यमंत्री योगी ने वीडियो काफ्रेंसिंग के माध्यम से कन्नौज के अश्वनी कुमार, वाराणसी की प्रेमलता, गोरखपुर के असित कुमार मिश्रा, हरदोई की जूली सिंह और प्रतापगढ़ के रविसेन सिंह से बातचीत की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने सभी को बधाई देते हुए उन्हें प्रोत्साहित किया।
22 लाख मनरेगा श्रमिकों को रोजगार दे रही सरकार
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने रोजगार सेवकों का मानदेय बढ़ाया है। पहले इन्हें 3630 रुपये प्रतिमाह मिलते थे। मुख्यमंत्री योगी ने इसे 6000 प्रतिमाह किया। रोजगार सेवकों के माध्यम से उत्तर प्रदेश सरकार हर रोज देश में सबसे ज्यादा 22 लाख मनरेगा श्रमिकों को रोजगार दे रही है। मुख्यमंत्री योगी ने रोजगार सेवकों से की अपील की कि वह बढ़ चढत्र कर जरूरतमंदों की सेवा करें। मनरेगा के जरिए जरूरतमंदों को पर्याप्त रोजगार मुहैया कराएं।
कार्यक्रम में ग्राम्य विकास मंत्री राजेंद्र प्रताप सिंह ‘मोती सिंह’, राज्य मंत्री आनंद स्वरूप शुक्ल, मुख्य सचिव राजेंद्र कुमार तिवारी, प्रमुख सचिव ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह सहित वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

 


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