मुख्यमंत्री सोरेन ने की ‘आपका अधिकार, आपकी सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम की शुरुआत

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45 दिनों तक जनता की समस्याओं के निदान के लिए पंचायतों में कैंप लगाकर होगा काम

 जरूरतमंदों को सहयोग नहीं करने वाले पदाधिकारी होंगे दंडित



रांची/खूंटी, 15 नवंबर (हि.स.)। धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जन्मस्थली खूंटी के उलीहातू से झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने 45 दिनों तक चलने वाले ‘आपका अधिकार, आपकी सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम का आगाज किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री सोरेन ने कहा कि लोक कल्याण के लिए सरकार अब आपके द्वार आयेगी। जनता की समस्याओं को निपटाना उनकी प्राथमिकता होगी। इस दौरान किसान लाभुकों के बीच परिसंपत्तियों का वितरण किया गया। साथ ही विभूतियों को सम्मानित किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आपका अधिकार आपके द्वार तक पहुंचाने आए हैं। आदिवासी समुदाय शैक्षणिक और सामाजिक रूप से पीछे रहा है, लेकिन आज आपके बीच का व्यक्ति राज्य के विकास को गति देने में जुटा है। यही वजह है कि जल, जंगल और जमीन विकास कार्यों की प्राथमिकताओं में रहता है। राशन कार्ड से वंचित 15 लाख जरूरतमंदों को हरा राशन कार्ड प्रदान किया जा रहा है। आदिवासी समाज के बच्चों को विदेश में उच्च शिक्षा प्रदान करने हेतु भेज रही है। खिलाड़ियों को सीधी नियुक्ति दी जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार के विकास कार्यों को मिलकर आगे बढ़ाना है। आज के ही दिन से राज्य सरकार ने झारखंड के सभी वृद्धजनों को पेंशन योजना का लाभ देने का निर्णय लिया है। इस प्रक्रिया को सरल बनाते हुए एपीएल और बीपीएल कार्ड की बाध्यता समाप्त की गई है। आज से सरकार की योजनाएं गांव-गांव तक जाएगी। अगर योजनाओं का लाभ देने में पदाधिकारी लापरवाही बरतेंगे तो उन्हें चिन्हित कर दंडित किया जाएगा।

जागरुकता ही आने वाली पीढ़ी का भविष्य संवारेगी

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य गठन से पूर्व बिरसा आबा की जयंती सिर्फ उनके गांव के अतिरिक्त कुछेक स्थानों में मनाई जाती थी। देश के लोग जब आजादी का सपना नहीं देखते थे उस समय यहां आजादी का बिगुल फूंका गया था। क्या कारण रहा देर से देश के पटल पर यहां के शहीदों का नाम पहुंचने में। क्यों पूर्व में बिरसा आबा की जयंती नहीं मनाई गई। हमने अलग राज्य भीख मांग कर नहीं लिया है, शहीदों ने बलिदान दिया तब जाकर हमें झारखंड मिला है। जनजातीय समाज को जागरूक होने की जरूरत है। आपकी जागरुकता ही आने वाली पीढ़ी के भविष्य को संवार सकती है।

सरकार खरीदेगी अंडा

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार छह दिनों तक स्कूली बच्चों को अंडा देने का कार्य कर रही है, लेकिन अंडा हमें अन्य राज्यों से मंगाना पड़ रहा है। यहां के लोग मुर्गी पालन कर अंडा का उत्पादन करें। सरकार उसे खरीद लेगी। साथ ही, अन्य खाद्य सामग्री भी उत्पादित करें। पलाश ब्रांड के जरिए ग्रामीण महिलाओं द्वारा उत्पादित सामग्री को बाजार उपलब्ध कराया जा रहा है। इस कार्य को और गति दी जा रही है। आज जरूरतमंद लोगों के बीच बकरी, मुर्गी एवं अन्य पशु पालन के लिए प्रदान की गई है, जबकि यहां पशुपालन की परंपरा सदियों से चली आ रही है। बस उसे मजबूती देने का कार्य किया जा रहा है। हमें यहां झारखंड की आने वाली पीढ़ी को मजबूत करना है, क्योंकि यहां बच्चों में कुपोषण की दर अधिक है। अगर घर में ही अंडा और दूध का उत्पादन होगा तो आने वाली पीढ़ी स्वभाविक रूप से मजबूत होगी। इसलिए इन योजनाओं पर जोर दिया जा रहा है। पूर्व के समय को याद करें तो आदिवासियों के पास पशुधन का भंडार हुआ करता था, लेकिन वह अब विलुप्त हो रहा है।

योजनाओं का लाभ लें

मंत्री आलमगीर आलम ने कहा कि बिरसा मुंडा की जयंती के शुभ अवसर पर मैं वीर शहीदों को नमन करता हूं। भगवान बिरसा मुंडा कम समय हमारे बीच रहे। उन्होंने शोषण मुक्त प्रदेश का सपना देखा था। अपने अल्प जीवन काल में ही उन्होंने खुद को अमर कर लिया। उनका बलिदान हमें सदैव स्मरण रहेगा। सरकार के दो वर्ष पूरे होने वाले हैं। सरकार गठन के ठीक बाद संक्रमण ने पूरे देश को घेर लिया, लेकिन राज्य सरकार ने जीवन और जीविका दोनों को बचाया। ग्रामीण विकास विभाग ने संक्रमण काल में रोजगार का सृजन किया। सरकार लगातार रोजगार सृजन की दिशा में कार्य कर रही है। राज्यवासियों के साथ सरकार है। आज से सभी पंचायत में आपके अधिकार-आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम के जरिये लोगों को योजनाओं से जोड़ा जाएगा। 15 हजार महिलाओं ने फूलो झानो आशीर्वाद योजना के जरिये स्वरोजगार से जोड़ा गया। आप सभी योजनाओं का लाभ लें।

विकास और रोजगार के लिए सरकार हर संभव कार्य करेगी

मंत्री सत्यानंद भोक्ता ने कहा कि आज झारखंड 21 साल का हो गया। सरकार के दो वर्ष पूर्ण होने वाले हैं। सरकार गठन के बाद से ही हमारी सरकार ने विकास की गति दी है। अब संक्रमण के दौर से हम अब निकल रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान श्रमिकों को हवाई जहाज, बस और ट्रेन से वापस घर लाया गया। आज से राज्य सरकार आपके अधिकार-आपकी सरकार आपके द्वार कार्यक्रम का शुभारंभ कर रही है, ताकि लोगों को सभी योजनाओं से आच्छादित किया जा सके। इससे जरूरतमंदों को योजनाओं से जोड़ा जाएगा। अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचेगा। युवाओं को हुनरमंद बनाने के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित हो रहा है। युवा इसका लाभ ले सकते हैं। आने वाले समय में विकास और रोजगार के लिए सरकार हर संभव कार्य करेगी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत लाभुकों को चेक प्रदान कर उनके स्वरोजगार का मार्ग प्रशस्त किया। कृषि कार्य के लिए मशीन का वितरण भी कृषकों के बीच हुआ। इस अवसर पर तमाड़ विधायक विकास सिंह मुंडा, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरुण एक्का, खूंटी के उपायुक्त, खूंटी के एसपी, भगवान बिरसा मुंडा के वंशज सुखराम मुंडा, ग्रामीण एवं अन्य उपस्थित थे।

राज्य भर में पंचायत स्तरीय कैंप में यह होगा-

– 29 दिसंबर तक चलने वाले इस कार्यक्रम में बड़े पैमाने पर पंचायतों में कैंप लगाए जाएंगे। समस्याओं का निपटारा, योजनाओं का लाभ, प्रवासी मजदूरों को रोजगार, राशन कार्ड बनाना, राशन कार्ड सरेंडर करना, जमीन के लगान की रसीद काटने, नियुक्ति पत्र, परिसंपत्तियों का वितरण सहित 26 तरह के मामलों का निपटारा किया जायेगा।

– आम नागरिकों को राज्य सरकार की सभी लोक कल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी देना।

– झारखंड राज्य खाद्य सुरक्षा योजना के अंतर्गत नया राशन कार्ड स्वीकृति के लिए आवेदन पत्र प्राप्त करना।

– राशन कार्ड के लिए प्राप्त आवेदनों के विरुद्ध स्वीकृत राशन कार्ड लाभान्वित को उपलब्ध कराना।

– अयोग्य लाभान्वितों को राशन कार्ड सरेंडर करने के लिए प्रेरित करना।

– राशन कार्ड में त्रुटि के सुधार के लिए आवेदन पत्र प्राप्त कर उस पर कार्रवाई करना।

– राशन डीलर के विरुद्ध प्राप्त शिकायतों का निराकरण करना।

– नये लाभान्वितों को पेंशन का लाभ स्वीकृत कराने के लिए आवेदन पत्र प्राप्त करना।

– पेंशन के लिए प्राप्त आवेदन पत्रों पर जांचोपरांत स्वीकृति की कार्रवाई करना और स्वीकृति पत्र लाभान्वित को उपलब्ध कराना।

– पेंशन प्राप्त करने में किसी लाभान्वित को हो रही समस्या का निराकरण करना।

– मनरेगा के तहत नये जॉब कार्ड के लिए आवेदन पत्र प्राप्त कर उस पर कार्रवाई करना।

– झारखंड लौटने वाले प्रवासी श्रमिकों के लिए प्राथमिकता के तौर पर जॉब कार्ड बनाना।

– मनरेगा के तहत अगर रोजगार उपलब्ध कराने के लिए पर्याप्त संख्या में योजनाएं स्वीकृत नहीं हैं तो नयी योजनाओं की स्वीकृति के लिए कार्रवाई करना।

– हड़िया बिक्री के रोजगार में लगी महिलाओं की पहचान कर उन्हें फुलो-झानो आशीर्वाद अभियान के तहत वैकल्पिक रोजगार की सुविधा उपलब्ध कराना।

– धोती-साड़ी का वितरण करना।

– कंबल का वितरण करना।

– 15वें वित्त आयोग के तहत मिली राशि के विरुद्ध जनोपयोगी योजनाओं को स्वीकृत करना।


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