नई दिल्ली, 27 मार्च (हि.स.)। पूर्व वित्तमंत्री एवं वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने शुक्रवार को रेपो रेट में कटौती और अधिक तरलता प्रदान करने के भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) के फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कह कि रेपो रेट में कटौती से होम लोन और कार लोन की ईएमआई में भारी कमी आएगी, लेकिन समस्या यह है कि आरबीआई ने किश्तों की तारीखों को स्थगति करने को लेकर कोई स्पष्ट निर्देश नहीं जारी किए है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि कोरोना वायरस की वजह से पैदा हुई असाधारण परिस्थितियों में रेपो रेट में कटौती का ऐलान बेहतर फैसला है। इससे होम लोन और कार लोन की ईएमआई में भारी कमी आएगी तथा लोगों की जेब पर पड़ने वाला बोझ भी घटेगा। हालांकि ईएमआई तिथियों के स्थगन पर आरबीआई की अस्पष्टता पर उन्होंने सवाल भी खड़ा किया। उन्होंने कहा कि मांग यह है कि सभी ईएमआई देय तिथियों को स्वचालित रूप से स्थगित कर दिया जाना चाहिए, लेकिन सरकार ने इस पर कोई फैसला नहीं किया है।
चिदंबरम ने कहा कि उन्होंने सरकार को सुझाव दिया था कि ईएमआई के बाबत 30 जून से पहले पड़ने वाली सभी नियत तारीखों को 30 जून तक के लिए टाल दिया जाए। लेकिन इस पर स्पष्ट निर्णय न कर केंद्र ने उधारकर्ताओं को निराश किया है।
उल्लेखनीय है कि देश में कोरोना वायरस की महामारी से जारी जंग और 21 दिनों की लॉकडाउन से निपटने के लिए भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने ब्याज दरों यानी रेपो रेट में 0.75 फीसदी की कटौती की है। इसके अलावा रिजर्व बैंक ने रिजर्व रेपो रेट में भी 0.90 फीसदी की कटौती की है।