मेवालाल के बाद नीतीश के एक और मंत्री आए तेजस्वी के निशाने पर
पटना, 22 नवम्बर (हि.स)। बिहार विधान सभा चुनाव परिणाम सामने आने के बाद से नेता प्रतिपक्ष का सरकार पर हमले तेज कर दिए हैं। नियुक्ति घोटाले के आरोपी पूर्व शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी के बाद अब तेजस्वी के निशाने पर नीतीश कुमार के करीबी और नए शिक्षा मंत्री अशोक चौधरी हैं। तेजस्वी ने रविवार की सुबह अशोक चौधरी पर हमला करते ट्वीट किया कि – साहित्यिक चोरी के दोषी मुख्यमंत्री नीतीश जी के मुकुट मणि, जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष और मंत्री अशोक चौधरी की पत्नी पर बैंक से करोड़ों की धोखाधड़ी और जालसाजी का आरोप है। पूरे मामले की सीबीआई कर रही है, कोर्ट में केस है। इनकी निष्कपटता देखिए। कहते हैं बीवी का भ्रष्टाचार
बैंक से धोखाधड़ी के मामले में पत्नी चार्जशीटेड
दरअसल जेडीयू के कार्यकारी अध्यक्ष और नीतीश सरकार में भवन निर्माण और समाज कल्याण विभाग के मंत्री अशोक चौधरी ने एक निजी चैनल से बातचीत में सीएम नीतीश कुमार पर 2009 में लगे हत्या के आरोप के एक सवाल के जवाब में कहा कि सिर्फ आरोप लगाने से कुछ नहीं होता है, जब तक चार्जशीटेड नहीं होता उसका कोई मतलब नहीं है। ऐसे में कोई भी किसी पर आरोप लगा सकता है। वहीं बैंक से धोखाधड़ी के मामले में सीबीआई की ओर से पत्नी के चार्जशीटेड और मामला अंडर ट्रायल होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि हाई कोर्ट के फैसले पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने हमलोगों को सुने बिना ही फैसला दे दिया। इसलिए फिर से सुप्रीम कोर्ट में केस लड़ेंगे। कहा कि- व्हाट्स ए बिग डील अबॉट इट। हमारा पक्ष सुना ही नहीं गया है, जब तारीख आएगी तो हमलोग अपनी बात सुप्रीम कोर्ट में रखेंगे। हाई कोर्ट से हमारा केस खारिज है तो आगे लड़ेंगे सो व्हाट्स ए बिग डील।
आपको बता दें कि मेवालाल चौधरी के इस्तीफे के बाद तेजस्वी ने सीएम नीतीश पर तंज कसते हुए कहा था कि- मैंने कहा था ना आप थक चुके हैं इसलिए आपकी सोचने-समझने की शक्ति क्षीण हो चुकी है। जानबूझकर भ्रष्टाचारी को मंत्री बनाया, थू-थू के बावजूद पदभार ग्रहण कराया ।घंटे बाद इस्तीफ़े का नाटक रचाया। असली गुनहगार आप हैं। आपने मंत्री क्यों बनाया?? आपका दोहरापन और नौटंकी अब चलने नहीं दी जाएगी?
तेजस्वी यहीं नहीं रुके, उन्होंने एक और ट्वीट कर लिखा कि नीतीश कुमार के 14 में से 8 मंत्रियों पर गंभीर आपराधिक मामले दर्ज है। ख़बरदार अगर कोई नैतिकता, सुशासन और लोकलाज की बात करेगा। बदलाव के जनादेश के विपरीत अनैतिक सरकार बनाते ही नीतीश जी ने रोजी-रोटी जैसे सकारात्मक मुद्दों को छोड़ नकारात्मकता को गले लगा लिया है।