छत्तीसगढ़ में कोरोना के 447 नए संक्रमित
रायपुर, 09 अगस्त (हि.स.)। शासन-प्रशासन और लोगों की लापरवाही के कारण प्रदेश में कोरोना का कहर बढ़ता ही जा रहा है। बीते 24 घंटों में तीन लोगों की इससे मौत हो गई है और 447 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं। प्रदेश में अब कोरोना संक्रमितोंं की संख्या 11,855 हो गई है। जिसमें से 3183 एक्टिव है और 8582 ठीक हो चुके हैं। प्रदेश में कोरोना से अब तक 90 मौतें हो चुकी हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटों में रायपुर जिला से 145, बिलासपुर से 69, राजनांदगांव से 60, दुर्ग से 21, बलौदा बाजार से 20, रायगढ़ से 19, सुकमा से 18, कबीरधाम से 15, बस्तर से 14, धमतरी से 13, बेमेतरा, कांकेर और गरियाबंद से 7-7, नारायणपुर से 5, जशपुर-बीजापुर से चार-चार, कोरिया-जांजगीर और कोरबा से 3-3, बलरामपुर, बालोद, दंतेवाड़ा से दो- दो तथा मुंगेली, सूरजपुर और सरगुजा जिला से 119 संक्रमित मरीज मिले हैं इनमें राजधानी रायपुर शहर से ही अकेले 109 मरीज मिले हैं, जिसमें राजभवन के 15 सुरक्षाकर्मी शामिल है।
शनिवार को बस्तर संभाग के एक युवती की मौत रायपुर में हुई। बस्तर संभाग से अब तक 308 मरीज मिल चुके हैं और दो की मौत हो चुकी है। रायपुर के बैजनाथ पारा निवासी 45 वर्षीय पुरुष एवं ब्राह्मण पारा निवासी 49 वर्षीय पुरुष की बीते 24 घंटों में कोरोना से मौत हुई है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मृतकों में 70 प्रतिशत दूसरी बीमारियों से भी पीड़ित थे। स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि रायपुर के एम्स के डॉक्टर एवं स्टाफ नर्स भी संक्रमित पाए गए हैं। प्रदेश की राजधानी रायपुर में कोरोना संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। स्लम एरिया में इनकी संख्या बढ़ती जा रही है। अभी तक 400 से अधिक संदिग्धों की पहचान की गई है।
स्वास्थ्य विभाग के संभागीय संयुक्त संचालक एवं प्रवक्ता सुभाष पांडे ने बताया कि स्लम एरिया में काफी मरीज मिल रहे हैं। यह बड़ा खतरा है। इसे गंभीरता से लेते हुए स्वास्थ्य सचिव ने एक्शन प्लान तैयार करने के निर्देश दिए हैं। नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में भी कोरोना के जांच की सुविधा दी जा रही है। इन मामलों में निजी अस्पतालों की लापरवाही भी देखने को मिल रही है। वे कोरोना मरीजों को गंभीर अवस्था में बगैर सूचित किए सरकारी अस्पतालों में रेफर कर रहे हैं। कोरोना संक्रमितों की मौतों की यह भी बड़ी वजह है। स्वास्थ्य सेवाओं के संचालक नीरज बंसोड़ ने कहा कि इस संबंध में संक्रमित मरीजों के रेफर किए जाने की गाइडलाइन जारी की गई है। अब नान कोविड-19 अस्पतालों में यदि मरीज कोरोना संक्रमित निकलता है तो, उन्हें इसका इलाज करना पड़ेगा।