सरकार ने 4.07 करोड़ महिलाओं के जनधन खाते में भेजे 30 हजार करोड़

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नई दिल्‍ली, 04 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना वायरस की महामारी से लड़ने के लिए केंद्र सरकार ने 4.07 करोड़ गरीब महिलाओं के जनधन खाते में राहत पैकेज के रूप में 30 हजार करोड़ रुपये भेजे हैं। इसके अलावा केंद्र सरकार ने उज्ज्वला योजना के तहत घरेलू गैस कनेक्शन (एलपीजी) वाले आठ करोड़ गरीब परिवारों के लिंक खातों में 5 हजार करोड़ रुपये भी डाले हैं।

शनिवार को एक सरकारी सूत्र के हवाले से बताया गया कि 21 दिन के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन को देखते हुए केंद्र सरकार ने 4.07 करोड़ गरीब महिलाओं के जनधन खाते में पांच-पांच सौ रुपये की पहली किस्त जमा की है। साथ ही सरकार ने बैंकों को ये आदेश भी दिया है कि इस योजना के तहत किसी भी लाभार्थी को न छोड़ा जाए। यह राशि नौ अप्रैल तक जनधन खातों में पहुंच जाएगी।

गौरतलब है कि 21 दिन के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के मद्देनजर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 26 मार्च को राहत पैकेज के तहत प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना का ऐलान किया था। सामाजिक दूरी का अनुपालन और लाभार्थियों को आसानी से पैसा मिले, इसके लिए सरकार ने बैंक खाते के आखिरी अंक के आधार पर भुगतान की सारणी बनाई है। आसान शब्‍दों में हम कह सकते हैं कि बैंक अकाउंट नंबर के आधार पर फंड का ट्रांसफर हो रहा है।

इसी तरह उज्ज्वला योजना के तहत तीन एलपीजी सिलिंडरों की मुफ्त खरीद के लिए भी केंद्र सरकार ने 5000 करोड़ रुपये का फंड 8 करोड़ गरीब परिवारों के लिंक खातों में डाला है। राज्य सरकारों द्वारा संचालित खुदरा ईंधन विक्रेता मई और जून की चार तारीख से पहले अग्रिम रूप में धनराशि को हस्तांतरित करेंगे, जिससे गरीब परिवार एलपीजी सिलिंडर खरीद सकें।

उल्‍लेख्‍नीय है कि उज्ज्वला उपभोक्ताओं के पास 14.2 किलोग्राम के 3 सिलिंडर या 5 किलोग्राम के 8 सिलिंडर खरीदने का भी विकल्प होगा। यदि उज्ज्वला के उपभोक्ता जून तक सभी 3 सिलिंडर नहीं लेता है, तो वह मार्च 2021 तक कभी भी इन पैसों का उपयोग सिलिंडर खरीदने के लिए कर सकता है।

 


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