संकट की घड़ी में देवभूमि के साथ खड़ी है केन्द्र सरकार: गृहमंत्री

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गृहमंत्री ने हवाई सर्वेक्षण और उच्चस्तरीय बैठक में आपदा की ली जानकारी

केन्द्र सरकार के अलर्ट पर धामी सरकार की सूझबूझ आई काम: अमित शाह

आपदा से पहले 250 सौ करोड़ की विशेष राशि दी गई है



देहरादून, 21 अक्टूबर (हि.स.)। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि संकट की घड़ी में केन्द्र सरकार देवभूमि के साथ खड़ी है। आपदा के बाद अब हालात तेजी से सामान्य हो रहे हैं। धामी सरकार दैवीय आपदा में पूरी तन्यमता के साथ सूझबूझ के साथ हर मोर्चां पर कुशलता से कार्य किया है, जो प्रशंसनीय है। सरकार ने समय से 3500 सौ नागरिकों को रेस्क्यू और 16 हजार से अधिक लोगों को सुरक्षित निकालने कार्य को अंजाम दिया। सरकार का अलर्ट और समन्वय के चलते कम से कम नुकसान हुआ है।

गुरुवार को जौलीग्रांट एयरपोर्ट स्थित राज्य अतिथि गृह में बैठक के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पत्रकारों से वार्ता की। इस दौरान गृहमंत्री शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी सरकार अच्छा कार्य कर रही है। आपदा के समय में भी धामी सरकार ने कार्य बेहतर तरीके से किया है। इस कारण से बड़े नुकसान को कम किया जा सका है। आने वाले दिनों में भी इसी प्रकार का केन्द्र सरकार और राज्य सरकार समन्वय के साथ काम करेगी।

अमित शाह ने कहा कि केन्द्र सरकार हर तरीके से देवभूमि के साथ खड़ी है। केन्द्र सरकार के 24 घंटे पहले अलर्ट आपदा को कम करने बड़ी सफलता मिली है। चेतावनी को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने समय रहते पूरे सिस्टम को एक्टिवेट किया। लोगों को भी अलर्ट कर दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार की सक्रियता का परिणाम रहा कि आपदा में एक भी चारधाम यात्री को नुकसान और हताहत की सूचना नहीं है। समय से चारधाम यात्रियों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर पहुंच दिया गया। यात्रा अब शुरू भी कर दी गई है। सभी एजेंसियां समय पर सक्रिय हो गई थी।

प्रधानमंत्री ने उपलब्ध कराए हेलीकाप्टर

गृहमंत्री ने कहा कि केन्द्र सरकार से हरसम्भव सहयोग दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री से बात कर समय पर राज्य को हेलीकाप्टर उपलब्ध कराए। सेंटर वाटर कमीशन और सिंचाई विभाग में अच्छा समन्वय रहा। ज्यादातर सड़कें खुल गई हैं। पेयजल, बिजली, टेलीफोन नेटवर्क की आपूर्ति भी काफी बहाल कर दी गई है।

16 हजार को सुरिक्षत सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया

शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य सरकार ने राहत व बचाव कार्य बहुत अच्छे से चलाया है। इससे बहुत सी जानों को बचाया जा सका। दुर्भाग्य से अभी तक 64 की मौत हो चुकी है जबकि कुछ लोग लापता हैं। आपदा के दौरान 3500 सौ लोगों को रेस्क्यू किया गया जबकि 16 हजार लोगों को एहतियातन सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया।

एनडीआरएफ,एसडीआरएफ की 77 टीमें

एनडीआरएफ की 17 टीमें, एसडीआरएफ की 60 टीमें, पीएसी की 15 कम्पनियां और पुलिस के 5 हजार जवान आज भी बचाव व राहत में लगे हैं। जल्द ही सामान्य स्थिति हो जाएगी। नुकसान का आकलन किया जा रहा है। वास्तविक नुकसान का आंकलन पूरे सर्वे के बाद हो पाएगा। डिजास्टर फंड में उत्तराखण्ड को पहले से ही 250 करोड़ रुपये दिए गए हैं। आगे भी केन्द्र सरकार राज्य को लिए मदद के लिए तैयार है।

गृहमंत्री ने किया आपदाग्रस्त क्षेत्र का हवाई सर्वेक्षण

गुरुवार को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड में आई आपदा प्रभावित क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण कर हालात को जाना। गृहमंत्री के साथ प्रदेश के राज्यपाल उत्तराखण्ड ले.ज (से.नि.) गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी,केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, उत्तराखण्ड के आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धनसिंह रावत और राज्यसभा सांसद अनिल बलूनी मौजूद रहे।

आपदा प्रबंधन के लिए भेजे सुझाव

इसके बाद जौलीग्रांट एयरपोर्ट स्थित राज्य अतिथि गृह में केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने उच्च स्तरीय बैठक में राज्य में आई आपदा की स्थिति और संचालित राहत और बचाव कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान राज्य को हर सम्भव सहायत भरोसा दिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि भविष्य में और बेहतर आपदा प्रबंधन के लिए क्या किया जा सकता है इस संबंध में राज्य से अपने सुझाव भेजे।

बीमारियों से बचाव के लिए भेजे मेडिकल टीम

गृहमंत्री ने कहा कि आपदाग्रस्त और जलभराव वाले क्षेत्रों में मेडिकल टीमें भेजी जाएं ताकि किसी तरह की बीमारियों को फैलने से रोका जा सके। क्षतिग्रस्त बिजली लाईनों को पूरी तरह जल्द से जल्द ठीक की जाए। केंद्रीय और राज्य की एजेंसियों में बेहतर समन्वय देखने को मिला, इसे इसी प्रकार बनाए रखा जाए।

गृह मंत्री को दिया प्रस्तुतीकरण

बैठक में केन्द्रीय गृहमंत्री को बताया गया कि भारी बारिश का अलर्ट मिलने के तत्काल बाद मुख्यमंत्री स्तर पर समीक्षा की गई। तुरंत इन्सीडेंस रेस्पोंस सिस्टम को राज्य और जिला स्तर पर सक्रिय कर दिया गया। एहतियातन तीर्थ यात्रियों और पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर रोक लिया गया। साथ ही स्कूलों और आंगनबाङी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया गया। विभिन्न माध्यमों से यात्रियों और जनसाधारण को भी अलर्ट किया गया। आईएमडी के अनुसार सामान्य रूप से 1.1 मिमि बारिश होती है जबकि अभी 122.4 मिमी बारिश हुई। इन दो दिनों में सभी जगह रिकार्ड बारिश हुई।

राज्य सरकार तेजी से कर रही कार्य: धामी

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्र से मिले सहयोग पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सेना, एनडीआरएफ, सीडब्ल्यूसी, बीआरओ के साथ मिलकर राज्य सरकार आपदा की तीव्रता को कम कर सकी। लोगों को अधिक से अधिक राहत पहुंचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। राज्य में चारों धाम की यात्रा शुरू की जा चुकी है। यात्रियों की सुरक्षा को लेकर सरकार संकल्पित है।

बैठक में केन्द्रीय रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री डॉ. धनसिंह रावत, मुख्य सचिव डॉ. एसएस संधु, अपर मुख्य सचिव आनंदबर्द्धन, डीजीपी अशोक कुमार, प्रमुख सचिव आर के सुधांशु, सचिव एसए मुरूगेशन, डॉ.बीवीआरसी पुरुषोत्तम, डीआईजी एसडीआरएफ रिद्धिम अग्रवाल के अलावा केन्द्र सरकार के अधिकारी भी उपस्थित थे।

जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, प्रदेश महामंत्री संग़ठन अजेय, प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार,सुरेश भट्ट,प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान, शेखर वर्मा सहित पार्टी पदाधिकारी उपस्थित रहे।


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