नई दिल्ली, 01 जुलाई (हि.स.)। जनगणना 2021 के तहत इस साल 12 अगस्त से 30 सितंबर के बीच पूर्व तैयारी परीक्षण किया जाएगा। इस बार पहली बार मोबाइल ऐप के माध्यम से जणगणना का डाटा इकठ्ठा कराया जाएगा।
रजिस्ट्रार जनरल और सेंसस कमीश्नर विवेक जोशी के अनुसार पहाड़ी राज्यों जम्मू-कश्मीर, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के बर्फबारी वाले इलाकों में 1 अक्टूबर 2020 और शेष भारत में 1 मार्च 2021 जणगणना की सदर्भ तिथियां होंगी। एक नोटिफेशन के माध्यम से जोशी ने कहा कि पूर्व तैयारियों के लिए कराया जाने वाला परीक्षण जणगणना एकसाथ सभी राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों में होगी।
जोशी का कहना है कि 140 साल के देश के जणगणना के इतिहास में पहली बार मोबाइल का इस्तेमाल किया जाएगा। प्रगणक (जणगणना करने वाला) को खुद का मोबाइल उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा। इसमें ऐप के माध्यम से डाटा इकठ्ठा होगा। इसके लिए 33 लाख प्रगणक घर-घर जाकर जणगणना के आंकड़े इकठ्ठा करेंगे। जणगणना दो चरणों में होगी, पहले चरण में घर चिन्हित किए जायेंगे। इसके लिए अगले साल राज्य अप्रैल से सितंबर के बीच किन्ही दो महीनों को तय कर सकते हैं। इसके बाद 9 फरवरी से 28 फरवरी 2021 के बीच जणगणना होगी, जिसका 1 से 5 मार्च के बीच पुनरीक्षण होगा।