प्रमोद बोड़ो होंगे बीटीसी के सीईएम: सोनोवाल
गुवाहाटी, 13 दिसम्बर (हि.स.)। बोड़ोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) के 40 सीटों का परिणाम शनिवार देर रात को आया। किसी भी पार्टी को बहुमत नहीं मिल सका है। वर्ष 2004 में गठित बीटीसी में पहली बार ऐसा हुआ कि बोड़ोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) को पूर्ण बहुमत नहीं मिला। राज्य की सत्ताधारी पार्टी भाजपा के पास बीटीसी के सत्ता की चाबी आ गयी है। इसको देखते हुए देर रात यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) के अध्यक्ष प्रमोद बोड़ो, गण सुरक्षा पार्टी (जीएसपी) के अध्यक्ष हीरा शरणिया और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास, भाजपा नेता एवं नेडा के संयोजक तथा असम सरकार के मंत्री डॉ हिमंत विश्वशर्मा और भाजपा के नेता दिलीप सैकिया की एक बैठक हुई थी, जिसमें बीटीसी में सरकार गठन पर चर्चा हुई थी।
बैठक के बाद रविवार को तीनों पार्टियों के नेता राजधानी के होटल लिली में सामूहिक फोटो खिंचवाने के बाद मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर उनसे मिलने पहुंचे। सभी नेताओं के साथ मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने बैठक करने के बाद मीडिया को संबोधित किया। मुख्यमंत्री सोनोवाल ने बीटीसी चुनाव शांतिपूर्ण रूप से संपन्न होने पर सभी संबंधित लोगों के प्रति आभार जताया। उन्होंने कहा कि इस बार बीटीसी में यूपीपीएल, भाजपा और जीएसपी मिलकर सत्ता का गठन करेंगी। बीटीसी के चीफ एग्जिक्यूटिव मेंबर (सीईएम) का पदभार यूपीपीएल के अध्यक्ष प्रमोद बोड़ो संभालेंगे। उल्लेखनीय है कि अन्य पदाधिकारियों की घोषणा बाद में की जाएगी। प्रमोद बोड़ो के नाम की घोषणा करने के बाद मुख्यमंत्री ने प्रमोद बोड़ो का स्वागत करते हुए बीटीसी के विकास के लिए निष्ठा से काम करने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि तीनों पार्टियों के नेता समर्थन पत्र लेकर राज्यपाल से मिलेंगे। इसके बाद बीटीसी परिषद में सरकार गठन करने की कार्यवाही शुरू होगी।
40 सदस्यीय बीटीसी में पूर्व सत्ताधारी पार्टी बीपीएफ को 17, यूपीपीएल को 12, भाजपा को 09, जीएसपी को 01 और कांग्रेस को 01 सीट मिली है।
रविवार सुबह बीपीएफ के अध्यक्ष हग्रामा महिला ने केंद्र और राज्य में भाजपा के साथ गठबंधन की दुहाई देते हुए बीपीएफ को भाजपा से समर्थन देने का आह्वान किया था। अब देखना होगा कि बीटीसी में भाजपा द्वारा समर्थन नहीं दिए जाने पर बीपीएफ भाजपा से अपना गठबंधन तोड़ेगी या नहीं। हालांकि हग्रामा ने रविवार को कहा था कि भाजपा के साथ राज्य की सत्ता में उनका गठबंधन जारी रहेगा।