नई दिल्ली, 25 जून (हि.स.)। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 1 जुलाई से होनेवाली परीक्षा रद्द कर दी गई है। 10वीं की परीक्षा पूरी तरह रद्द कर दी गई है जबकि 12वीं की परीक्षा स्थिति सुधरने पर आयोजित की जाएगी। हालांकि इस परीक्षा में शामिल होना छात्रों के ऊपर निर्भर है। वे चाहें तो परीक्षा का विकल्प चुनें, नहीं तो पहले हुई परीक्षाओं के आधार पर अंक मिलेगा।
सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने गुरुवार को केंद्र सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट को बताया कि मार्किंग की नई व्यवस्था समेत बाकी बातों पर कल तक अधिसूचना जारी हो जाएगी। असेसमेंट के आधार पर 10वीं और 12वीं के नतीजे 15 जुलाई तक घोषित कर दिए जाएंगे। सुनवाई के दौरान भारतीय माध्यमिक शिक्षा प्रमाणपत्र (आईसीएसई) ने कहा कि वह भी 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं रद्द कर देगा। असेसमेंट के आधार पर रिज़ल्ट घोषित होंगे। स्थितियां सुधरने पर 12वीं के छात्रों को परीक्षा का विकल्प दिया जाए या नहीं, इस पर बाद में फैसला लिया जाएगा।
सुनवाई के दौरान तुषार मेहता ने बताया कि दिल्ली, महाराष्ट्र और तमिलनाडु सरकार ने परीक्षा आयोजित करने में असमर्थता जताई है। सुप्रीम कोर्ट ने सीबीएसई को निर्देश दिया कि एकेडमिक साल शुरू होने के मसले भी स्पष्ट होने चाहिए। अगर परीक्षा अगस्त में होती है जो एकेडमिक साल सितंबर में शुरू होगा। तब तुषार मेहता ने कहा कि अगस्त के मध्य तक रिजल्ट जारी हो जाएंगे। सुनवाई के दौरान याचिकाकर्ताओं ने कहा कि असेसमेंट के आधार पर नतीजे इसी महीने के अंत तक जारी हों। तब कोर्ट ने कहा कि हम सीबीएसई को निर्देश नहीं दे सकते हैं, इस पर उसे ही फैसला लेना है।
यह याचिका चार अभिभावकों ने अमित बाथला, चारु सिंह, पूनम सिंगला और सुनीता ने दायर की थी। इन अभिभावकों के बच्चे 12वीं कक्षा के छात्र हैं। याचिका में सीबीएसई की बची हुई परीक्षा के नये शेड्यूल को चुनौती दी गई थी। याचिका में कहा गया था कि सीबीएसई 12वीं का रिजल्ट पूर्व की परीक्षा और उसके औसत आधार पर जारी करे क्योंकि कोरोना वायरस का संक्रमण काफी तेजी से फैलने की वजह से छात्रों को परीक्षा देने के लिए बड़ी संख्या में परीक्षा केन्द्रों पर बुलाना काफी जोखिम भरा है। याचिका में यह भी हवाला दिया गया था कि दिल्ली यूनिवर्सिटी ने भी अपने फर्स्ट ईयर और सेकंड ईयर की परीक्षा को रद्द कर दिया है। यहां तक कि आईआईटी ने भी अपनी फाइनल ईयर की परीक्षाएं भी रद्द कर दी हैं। कुछ राज्यों ने यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं भी रद्द कर दी हैं।
इस पर कोर्ट ने 17 जून को केंद्र और सीबीएसई को नोटिस जारी करके अभिभावकों की मांग पर विचार करके जवाब मांगा था। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 1 जुलाई से होनेवाली परीक्षा रद्द करके आज कोर्ट को बताया कि मार्किंग की नई व्यवस्था समेत बाकी बातों पर कल तक अधिसूचना जारी हो जाएगी।