मेरठ, 13 सितम्बर (हि.स.)। केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर विभाग के कार्यालय अधीक्षक को सीबीआई ने गुरुवार देर शाम तीन लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ लिया। इसके बाद देर रात को सीबीआई ने उसके घर में भी छापा मारा। आरोपित से पूछताछ की जा रही है। इस कार्रवाई सीजीएसटी विभाग में हड़कंप मचा हुआ है।
हस्तिनापुर थाना क्षेत्र के तारापुर गांव निवासी अजय कुमार पावर कार्पोरेशन में ठेकेदारी करता है। उसने गाजियाबाद स्थित सीबीआई कार्यालय में सीजीएसटी के आॅडिट आयुक्तालय में कार्यालय अधीक्षक विकास चैधरी द्वारा पांच लाख रुपए की रिश्वत मांगने की शिकायत की। उसने सीबीआई को बताया कि उसकी मैसर्स अजय कुमार पावर कंस्ट्रक्शन नाम की फर्म है। उसके पास केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर लेखा परीक्षा आयुक्तालय का पत्र पहुंचा। पत्र में फर्म की आॅडिट कराने की बात कही गई। अजय कुमार ने अपनी फर्म की फाइल वकील के जरिए आॅडिट के लिए भेज दी। इसके बाद सीजीएसटी से कागजों में कमी को लेकर फोन आया। साथ ही चार साल से आॅडिट नहीं कराने की बात कहकर आठ लाख रुपए जर्माना देने की बात कही। वहां पर कार्यालय अधीक्षक विकास से बात हुई तो पैसा देने के लिए दबाव बनाया जाने लगा। काफी देर बाद पांच लाख रुपए देने पर बात तय हो गई।
शिकायत पर सीबीआई हुई सक्रिय
अजय की शिकायत पर गाजियाबाद के सीबीआई अधिकारी सक्रिय हो गए और उन्होंने गुरुवार को कार्यालय अधीक्षक को पकड़ने की योजना बनाई। आधे रुपए का इंतजाम सीबीआई ने और आधे पैसे अजय ने जुटाए। गुरुवार को बातचीत के आधार पर सीबीआई टीम दो गाड़ियों में कार्यालय के पास आ धमकी। देर शाम को तय कार्यक्रम के अनुसार अजय कुमार सीजीएसटी कार्यालय के अंदर पहुंचा और तीन लाख रुपए विकास चैधरी को फाइल तैयार करने के लिए देकर बाहर आ गया। इसके बाद सीबीआई टीम कार्यालय के अंदर पहुंची और आरोपित को रंगे हाथ दबोच लिया। विकास ने पैसे लेते ही बंद पड़े बाथरूम में छिपा दिए थे। सीबीआई की टीम ने सख्ती करके वह रुपए बरामद करवा दिए। इसके बाद सीजीएसटी कार्यालय में कागजी कार्रवाई पूरी करके सीबीआई टीम ने देर रात कार्यालय अधीक्षक के कंकरखेड़ा के डिफेंस एंक्लेव स्थित आवास पर छापा मारा। वहां से भी सीबीआई ने आवश्यक दस्तावेज बरामद किए। देर रात तक सीबीआई की कार्रवाई चलती रही। सीबीआई की इस कार्रवाई से पुलिस प्रशासन में भी हड़कंप मचा रहा।