बेंगलुरु, 26 सितम्बर (हि.स.)। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की 20 सदस्यीय टीम ने गुरुवार सुबह बेंगलुरु के पूर्व पुलिस आयुक्त आलोक कुमार के शूले सर्कल के पास स्थित घर पर छापा मारा है। यह कार्रवाई फोन टैपिंग केस में की गई है। सीबीआई के रडार पर कुछ अन्य वरिष्ठ आईपीएस अधिकारी भी हैं।
फोन टैपिंग केस कांग्रेस-जेडीएस सरकार के कार्यकाल में सामने आया था। बताया गया है कि आलोक कुमार के घर पर छापा फोन टैपिंग केस और करोड़ों रुपये के पोंजी घोटाले में मारा गया है। दोनों मामलों में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों और नेताओं की भूमिका की जांच की जा रही है।
आलोक कुमार को फोन टैपिंग केस के बाद कर्नाटक राज्य रिजर्व पुलिस के अपर पुलिस महानिदेशक के पद पर स्थानांतरित कर दिया गया था। मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मामले की जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद 13 अगस्त को पुलिस ने अंतरिम रिपोर्ट पेश की। अगस्त के तीसरे सप्ताह में यह केस सीबीआई को सौंप दिया गया था।
उल्लेखनीय है कि येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली कर्नाटक सरकार ने जेडीएस विधायक और प्रदेश अध्यक्ष रहे एएच विश्वनाथ को अयोग्य घोषित करने के बाद सीबीआई जांच की घोषणा की गई थी। विश्वनाथ ने एचडी कुमारस्वामी पर फोन टैप करने और 300 से अधिक लोगों की जासूसी करने का आरोप लगाया था।