नई दिल्ली, 30 दिसम्बर (हि.स.)। जम्मू कश्मीर के विभिन्न जिलों में दो लाख से ऊपर हथियारों के लाइसेंस जारी करने और भ्रष्टाचार की जांच के क्रम में नोएडा, गुरुग्राम, श्रीनगर ,जम्मू सहित देश के 13 ठिकानों पर सोमवार को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने छापे मारे हैं। भारतीय प्रशासनीक सेवा (भाप्रसे) के अधिकारी यश मुद्गिल और राजीव रंजन के साथ साथ पूर्व वरिष्ठ अधिकारियों के आवासों को भी जांच एजेंसी ने खंगाला है।
सीबीआई सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक एजेंसी हथियारों के दो लाख से अधिक लाइसेंस जारी करने के सिलसिले में जम्मू कश्मीर के विभिन्न जिलों के तत्कालीन जिला कलेक्टर और जिला मजिस्ट्रेट से जुड़े 13 ठिकानों पर छापे मार रही है। सीबीआई का कहना है कि राज्य के गैर निवासी व्यक्तियों को लाइसेंस जारी करने के एवज में घूस लेने के आरोपों की भी जांच की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक यह मामला जम्मू कश्मीर के अलग-अलग जिलों से करीब दो लाख हथियार लाइसेंस जारी करने में कथित गड़बड़ियों से जुड़ा है।
सीबीआई के अधिकारियों ने इस केस में कुपवाड़ा, बारामूला, उधमपुर, किश्तवाड़, शोपियां, राजौरी, डोडा, पुलवामा के तत्कालीन उपायुक्तों और जिला मजिस्ट्रेटों के परिसरों की तलाशी ली है। सीबीआइ के ये छापे उपायुक्त एवं जिलाधिकारियों के यह मारे गए। इस मामले का भंडाफोड़ राजस्थान एटीएस ने किया था। राजस्थान के डीजीपी ओपी गलहोत्रा की सिफारिश पर यह केस सीबीआई के हवाले किया गया था। राजस्थान एटीएस ने इस मामले में जांच के दौरान कई लोगों को गिरफ्तार किया था।
उल्लेखनीय है कि वर्ष 2012 से 2016 तक जम्मू-कश्मीर के डोडा, रामबन, उधमपुर जैसे जिलों से दो लाख से शस्त्र लाइसेंस जारी किए गए थे। जांच में पाया गया कि पूरे राज्य मे चार लाख से ज्यादा शस्त्र लाइसेंस जारी किए गए जिनमें से दो लाख के फर्जी होने का संदेह है।