कोलकाता, 01 जुलाई (हि.स.)। चिटफंड कंपनियों के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो(सीबीआई) ने एक बार फिर अपनी जांच और छापेमारी तेज कर दी है। इस कड़ी में सोमवार को 50 से 60 की संख्या में सीबीआई अधिकारियों ने अलग-अलग टीम में बंटकर पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के अलावा दुर्गापुर, आसनसोल, आरामबाग आदि क्षेत्रों में 16 ठिकानों पर छापेमारी की। बताया गया है कि न्यूलैंड एग्रो लिमिटेड नाम की एक चिटफंड कंपनी के दफ्तर और अधिकारियों के घरों पर छापेमारी हुई है।
जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि न्यूलैंड एग्रो लिमिटेड नाम की चिटफंड कंपनी ने सेबी के नियमों को दरकिनार कर राजधानी कोलकाता के अलावा आसनसोल, दुर्गापुर, आरामबाग और बर्दवान जिले में अपना व्यापक कारोबार किया था। बाजार नियामक संस्था सेबी के नियमों को दरकिनार कर इस चिटफंड कंपनी ने भारी रिटर्न के नाम पर बाजार से करोड़ों रुपये उठाए थे और बाद में निवेशकों की मूल धनराशि भी वापस देने के बजाय कंपनी के निदेशकों ने चिटफंड के दफ्तरों पर ताला लगा दिया था और फरार हो गए थे। सेबी द्वारा दी गई रिपोर्ट के मुताबिक सीबीआई ने इसकी जांच शुरू की थी। सोमवार सुबह करीब 60 की संख्या में सीबीआई अधिकारी सॉल्ट लेक के सीजीओ कॉम्प्लेक्स स्थित जांच एजेंसी के पूर्वी क्षेत्रीय मुख्यालय से निकले थे और कोलकाता के अलावा अन्य क्षेत्रों में छापेमारी के लिए रवाना हो गए। महानगर के बउबाजार इलाके में स्थित चिटफंड कंपनी के दफ्तर में छापेमारी की गई।
जांच एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि छापेमारी के दौरान कई महत्वपूर्ण दस्तावेज बरामद हुए, जिसमें निवेशकों की सूची भी शामिल है। किससे कितने रुपये लिए गए इसकी भी एक सूची मिली है। इसके अलावा चिटफंड के जरिए उठाए गए रुपये को कहां खर्च किया गया, इसकी जांच के लिए निवेशकों से पूछताछ की भी कोशिश की गई। हालांकि सीबीआई के पहुंचने पर अधिकतर अधिकारी नदारद रहे।