सीबीआई ने दिल्ली में किया बाल यौन उत्पीड़न में लिप्त अंतरराष्ट्रीय रैकेट का भंडाफोड़
नई दिल्ली, 03 जून (हि.स.)। केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने दिल्ली के पश्चिम विहार में छापा मारकर बाल यौन उत्पीड़न में लिप्त अंतरराष्ट्रीय रैकेट का भंडाफोड़ किया है। सीबीआई ने इस मामले में वेबसाइट के जरिए काम करने वाली एक निजी कंपनी की तलाशी ली। उसके बाद कंपनी और उसके डायरेक्टरों के खिलाफ आईटी एक्ट और प्रोटेक्शन ऑफ चिल्ड्रेन फ्रॉम सेक्सुअल ऑफेंस एक्ट की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किया है।
सीबीआई के मुताबिक यह रैकेट बच्चों के यौन शोषण से जुड़ी वेबसाइट का संचालन कर रहा था। रूस, नीदरलैंड और भारत में मौजूद सर्वर पर बाल यौन उत्पीड़न से जुड़ी आपत्तिजनक सामग्री और रूसी डोमेन की वेबसाइटों की मेजबानी करने के सिलसिले में यह कार्रवाई की गई है। कंपनी, उसके निदेशकों और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी कानून और यौन अपराध से बच्चों के संरक्षण अधिनियम (पोक्सो) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
सीबीआई ने इससे पहले आरोपितों के आवास और कार्यालय की तलाशी ली, जिनमें दिल्ली स्थित निजी कंपनी और उनके निदेशकों के ठिकाने शामिल हैं। जानकारी के मुताबिक इस दौरान इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, आपत्तिजनक दस्तावेज और अन्य सामग्री बरामद हुई है। आरोप है कि कंपनी ने बाल यौन उत्पीड़न से जुड़ीं आपत्तिजनक सामग्रियों वाली रूसी डोमेन की वेबसाइटों की मेजबानी की। यह मामला भारत, नीदरलैंड और रूस के अधिकार क्षेत्र में है, क्योंकि सर्वर संबंधित देशों में हैं जो मेजबान को आपत्तिजनक सामग्री प्रसारित करने की सुविधा देते हैं।
सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया कि सर्वर की लोकेशन, आपत्तिजनक सामग्री का प्रसारण और वेबसाइट संचालन के आधार पर यह मामला भारत, नीदरलैंड और रूस से जुड़ा है। इस मामले की जांच ऑनलाइन बाल यौन शोषण और इससे संबंधित मामलों के लिए बनाई गई सीबीआई की एक विशेष इकाई ‘ऑनलाइन चाइल्ड सेक्सुअल एब्यूज एंड एक्सप्लोरेशन प्रिवेंशन/इन्वेस्टीगेशन’ विंग कर रही है।
सीबीआई के एक अधिकारी ने बताया कि इस मामले में कुछ अन्य भारतीय लोगों के भी शामिल होने का शक है। जिन्हें पकड़ा गया है, हम उन लोगों की पहचान का खुलासा करने की स्थिति में नहीं हैं, क्योंकि पहचान उजागर होने पर रैकेट में शामिल अन्य लोगों को बचने में मदद मिल सकती है।