गाजर खाएं, प्रतिरोधक क्षमता के साथ आंख की रोशनी बढ़ाएं

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 आयुर्वेदाचार्य के अनुसार गाजर, जवां भी बनाये रखने में करता है मदद



लखनऊ, 20 दिसम्बर (हि.स.)। कैरोटीन, विटामिन ए, विटामिन सी व विटामिन बी1 के साथ ही कई तरह के खनिज लवण व एंटीआक्सीडेंट्स से भरपूर गाजर का सेवन से आपकी आंखें तो तंदुरूस्त रहेंगी ही, साथ ही आपको जवां भी बनाए रखेगा। सर्दी के मौसम में कम दाम में मिलने वाला गाजर की सब्जी के साथ ही जूस बनाकर पीना भी स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। इसके सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।

इस संबंध में आयुर्वेदाचार्य डाक्टर एसके राय का कहना है कि गाजर में प्रति सौ ग्राम में काब्रोहाइड्रेट नौ ग्राम, शर्करा पांच ग्राम, आहारीय रेशा तीन ग्राम, वसा .2 ग्राम, प्रोटीन एक ग्राम, विटामिन ए एक प्रतिशत, बीटा कैरोटीन 77 प्रतिशत, थायमिन (विटामिन बी-1) तीन प्रतिशत, राइबोफ्लेविन (विटामिन बी-2) तीन प्रतिशत, नायसिन (विटामिन बी-3) 12 मिली ग्राम, विटामिन (विटामिन बी-6) .1 मिलीग्राम पाया जाता है। इसके अतिरिक्त इसमें विटामिन सी 70 मिग्रा, कैल्शियम 33 मिग्रा, मैग्नीशियम 18 मिग्रा, पोटेशियम 240 मिग्रा, फास्फोरस 35 मिग्रा, सोडियम 2.4 मिग्रा मिलता है।

आयुर्वेदाचार्य डाक्टर एसके राय ने बताया कि गाजर का जूस पीने या कच्ची गाजर खाने से कब्ज की परेशानी खत्म हो जाती है। यह पीलिया की प्राकृतिक औषधि है। इसका सेवन ब्लड कैंसर और पेट के कैंसर में भी लाभदायक है। इसके सेवन से कोषों और धमनियों को संजीवन मिलता है। गाजर में बिटा-केरोटिन नामक औषधीय तत्व होता है, जो कैंसर पर नियंत्रण करने में उपयोगी है।[

डाक्टर एसके राय ने बताया कि इसके सेवन से इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होने के साथ ही आंखों की रोशनी भी बढ़ती है। गाजर के सेवन से शरीर को ऊर्जा मिलती है। विटामिन के और व्हिटॅमिन बी 6 का अच्छा स्रोत है। नियमितरूप से गाजर खाने से जठर में होने वाला अल्सर और पचन के विकार दूर कर सकते हैं। गाजर में आम्ल घटक होते हैं जो शरीर में मौजूद आम्ल का प्रमाण संतुलित करके रक्त शुद्ध करता है। गाजर में पोटेशियम होता है, जो रक्तदाब बढ़ाने में मदद करता है। गाजर खाने से मुंह में हानिकारक कीटाणुओं का नाश होता है और दांत में लगने वाला कीड़े से बचाता है।जले ठिकाने पर लगाने से तकलीफ कम होती है। इसमें कॅरोटीनॉड्स होते है जो शरीर में मौजूद रक्त की शक्कर नियंत्रित रखने में मदद करती है। नियमीत रूप से गाजर खाने से बाल, आंख और त्वचा का आरोग्य सुधारता है।

समय के पहिए को रोक पाना भले ही किसी के लिए संभव न हो लेकिन लंबे समय तक जवां बने रहने के लिए कुछ उपाय तो किए ही जा सकते हैं। इन्हीं में से एक है गाजर का सेवन करना। दरअसल, इसमें बीटा−कैरोटीन और एंटी−ऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। जो विभिन्न कोशिकाओं की मरम्मत करते हैं और एजिंग के साइन्स को लंबे समय तक आने से रोकते हैं। इतना ही नहीं, गाजर का सेवन रूखी त्वचा, पिंपल्स, पिगमेंटेशन आदि समस्या से भी निजात दिलाते हैं।

गाजर प्लैक और खाद्य कणों को मुंह से निकालकर दांतों व पूरे मुंहे की सफाई करने का काम करता है। ठीक उसी तरह, जिस प्रकार एक टूथब्रश व टूथपेस्ट अपना काम करता है। गाजर में पाए जाने वाले मिनरल्स दांतों को किसी भी तरह की क्षति से बखूबी बचाते हैं। इसके अतिरिक्त गाजर मसूड़ों को उत्तेजित करके अधिक लार उत्पन्न करने में मदद करता है और यह लार क्षारीय होने के कारण कैविटी बनाने वाले बैक्टीरिया को संतुलित करके दांतों की रक्षा करता है।

गाजर हृदय के लिए भी बेहद फायदेमंद होती है। दरअसल, इसमें कैरोटीनॉयड्स पाए जाते हैं जो किसी भी तरह के हृदय रोग की आशंका को कम करते हैं। इसके अतिरिक्त इसमें बीटा−कैरोटीन के साथ−साथ अल्फा कैरोटीन और ल्यूटिन भी पाया जाता है। गाजर का नियमित सेवन कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी नियंत्रित करने में मदद करता है।

 


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