नई दिल्ली, 15 नवम्बर (हि.स.)। दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में प्रदूषण का स्तर दिनोंदिन बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को दिल्ली विश्व का सबसे प्रदूषित शहर बन गया है जबकि एनसीआर के अन्य शहर गुरुग्राम, फरीदाबाद, नोएडा और गाजियाबाद का हाल बेहाल है।
वायु गुणवत्ता सूचकांक के मुताबिक दिल्ली के लोधी रोड इलाके में पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर 500 बना हुआ है, जो लोगों के स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक है। दिल्ली के पूसा रोड में एयर क्वालिटी इंडेक्स 777 और अशोक विहार में 757 रहा और जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में 733 तथा ओखला में 722 है। इसके अलावा आरकेपुरम में 628 है।
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़े के मुताबिक गाजियाबाद और नोएडा में प्रदूषण का स्तर मानक से पांच से छह गुना अधिक है। प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए प्रशासन व यूपीपीसीबी लगातार कार्रवाई कर रहा है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी ने बताया कि प्रदूषण फैलाने पर रेलवे पर 11 लाख रुपये, सिद्धार्थ विहार में बिल्डर एपेक्स दा क्रेमलिन पर एक करोड़ एक लाख रुपये रुपये, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस वे का निर्माण कर रहे एनएचएआई के ठेकेदार एपको कंपनी पर एक करोड़ एक लाख रुपये का जुर्माना लगाने के साथ साइट पर काम कर रहे नौ लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है।
उल्लेखनीय है कि बढ़ते प्रदूषण को लेकर दिल्ली हाई कोर्ट ने गुरुवार को सभी एजेंसियों को जमकर फटकार लगाई थी ।