ओटोवा, 24 अक्टूबर (हि.स.)। कनाडा में पिछले 21 अक्टूबर को हुए आम चुनाव के नतीजे आ गए हैं, लेकिन किसी भी पार्टी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला है। हालांकि जस्टिन ट्रूडो की पार्टी बहुमत से कुछ ही दूर रह गई है, लेकिन लिबरल पार्टी की अल्पमत सरकार बन सकती है और छोटी पार्टियां खासतौर पर खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह की न्यू डेमोक्रेट्स पार्टी किंग मेकर की भूमिका निभा सकती है।
विदित हो कि 338 सदस्यीय संसद में ट्रूडो की पार्टी को 157 सीटें मिली हैं।सरकार बनाने के लिए उन्हें 13 सीटों की जरूरत है और 24 सीटें जगमीत सिंह की पार्टी न्यू डेमोक्रेट्स के पास है। इस तरह सिख नेता सिंह सरकार बनवाने की स्थिति में हैं। अगर वह ट्रूडो का समर्थन करते हैं तो सरकार गइन करना उनके लिए आसान हो जाएगा।
उधर मुख्य विपक्षी कंजर्वेटिव पार्टी को 121 सीटें ही मिली हैं और सरकार बनाने के लिए न्यू डेमोक्रेट्स समेत सभी छोटी पार्टियों का समर्थन चाहिए जो आसान नहीं है। हालांकि नतीजे सामने आने के बाद ग्रीन पार्टी, निर्दलीय और ब्लॉक क्यूबेकॉइस पार्टी के प्रमुख नेताओं ने लिबरल पार्टी को समर्थन करने से इनकार कर दिया है। ऐसे में सत्ता की चाबी पूरी तरह से न्यू डेमोक्रेट्स यानी जगमीत सिंह के हाथ में आ गई है। अगर वह जस्टिन ट्रूडो के साथ आते हैं तो उनकी सरकार स्थिर हो सकती है.
उल्लेखनीय है कि पेशे से क्रिमिनल वकील जगमीत सिंह इस बार कनाडा की सत्ता में किंगमेकर बनकर उभरे हैं उन्होंने साल 2011 से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और पहला ही चुनाव हार गए। साल. 2015 में उन्हें पार्टी का उपाध्यक्ष बनाया गया और 2017 में पार्टी की कमान दे दी गई। वह कई बार खालिस्तानी रैलियों में शामिल हो चुके हैं , जिसकी वजह से भारत में उनका काफी विरोध भी हुआ है। 2015 के चुनाव में उनकी पार्टी को कुल 44 सीटें मिली थीं, इस बार हालांकि उनकी सीटें कम हो गई हैं।
कनाडा की सत्ता में एक बार फिर आने पर जस्टिन ट्रूडो को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बधाई दी है।