नई दिल्ली, 20 नवम्बर (हि.स.)। कारोबारियों ने राजधानी दिल्ली के सदर बाजार स्थित बारा टूटी चौक पर बुधवार को अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ धरना-प्रदर्शन दिया। कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के नेतृत्व में व्यापारियों ने ‘राष्ट्रीय विरोध दिवस’ के तौर पर प्रदर्शन किया। देशभर के करीब 700 से अधिक शहरों में कारोबारियों के विभिन्न संगठनों ने कैट के नेतृत्व में धरना दिया, जिसमें लाखों की संख्या में व्यापारी शामिल हुए।
कारोबारियों ने ई-कॉमर्स कंपनी अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ सरकार से तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए ‘अमेजन-फ्लिपकार्ट गो बैक’ के नारे भी लगाए। कारोबारियों ने धरना स्थल पर ‘अमेजन-फ्लिपकार्ट गो बैक’ के नारे लिखे तख्तियां भी लहरा रहे थे। कैट के नेतृत्व में दिल्ली के सदर बाजार में हुए धरना-प्रदर्शन में सभी वर्गों के व्यापारियों के साथ ट्रांसपोर्ट, लघु उद्योग, किसान और हॉकर्स आदि भी शामिल हुए।
कारोबारियों को संबोधित करते हुए कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीण खंडेलवाल ने कहा कि अमेजन और फ्लिपकार्ट की अस्वस्थ व्यापार प्रणाली ने खुदरा व्यापार को चौपट कर दिया है। उन्होंने कहा कि ई-कॉमर्स कंपनियों की वजह से देश की अर्थव्यवस्था भी प्रभावित हो रही है। साथ ही घरेलू व्यापार भी पूरी तरह से तहस-नहस हो रहा है।
वहीं बीसी भरतिया ने कहा कि अमेजन-फ्लिपकार्ट के भारत में व्यापार से कोई ऐतराज नहीं है लेकिन हम व्यापारियों की तरह ही उन्हें भी सरकार की एफडीआई पॉलिसी का पालन करना चाहिए ताकि बाजार में बराबर की प्रतिस्पर्धा बनी रहे। उन्होंने कहा कि वाणिज्य मंत्री की सख्त चेतावनी के बावजूद अमेजन और फ्लिपकार्ट अपने ई-कॉमर्स पोर्टल के जरिए लागत से कम मूल्य पर सामान बेच रहे हैं। उन्होंने कहा कि कारोबारियों की एक ही मांग है कि सरकार इन ई-कॉमर्स कंपनियों के खिलाफ एफडीआई पॉलिसी की जांच करवाए और उनको पोर्टल को तुरंत बंद कराए।