कैबिनेट सचिव ने की बैठक तौकते तूफान के बारे में , जनहानि रोकने पर जोर
नई दिल्ली, 16 मई (हि.स.)। कैबिनेट सचिव ने रविवार को चक्रवाती तूफान तौकते को लेकर संकट प्रबंधन समिति की बैठक की और राज्यों को सभी संभव सहायता देने का भरोसा दिया। साथ ही उन्होंने प्राकृतिक आपदा से होने वाली जनहानि को रोकने के लिए लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने को कहा।
कैबिनेट सचिव राजीव गौबा ने रविवार को राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति की बैठक की, जिसमें तमिलनाडु, केरल, गोवा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गुजरात के मुख्य सचिव, केन्द्र शासित प्रदेशों लक्ष्यद्वीप और दमन दीव एवं दादरा नगर हवेली के प्रशासकों के सलाहकार और केन्द्रीय मंत्रालयों के सचिवों ने भाग लिया। उन्होंने कहा कि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए ताकि तूफान से किसी भी तरह की जनहानि न हो। इसके अलावा आवश्यक सेवाओं जैसे बिजली, पानी, संचार आदि को नुकसान से बचाने और नुकसान होने पर शीघ्र बहाली करने जैसे विषयों पर भी चर्चा की और निर्देश दिए। विशेष तौर पर बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि इससे कोविड मरीज प्रभावित न हों।
इस दौरान राज्यों ने बताया कि उन्होंने राहत एवं बचाव से जुड़ी सभी आवश्यक तैयारियां कर ली हैं। साथ ही अनाज, जल और राहत सामग्री वितरण के लिए एकत्रित है। एनडीआरएफ ने बताया कि प्रभावित राज्यों में 72 टीमें तैनात की हैं। इसके अलावा 22 टीमें राहत कार्यों में शामिल होने के लिए तैनात हैं। वायुसेना, नौसेना और कोस्ट गार्ड की भी टीमें व जहाज तथा हेलीकॉप्टर सहायता में जुटे हैं।
उल्लेखनीय है कि तौकते तूफान के चलते भारी नुकसान की आशंका जताई जा रही है। वर्तमान में तूफान गोवा से 120 किमी की दूरी पर है और धीरे-धीरे उत्तर और उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। यह गुजरात के तट पर पोरबंदर के नजदीक 18 मई को सुबह टकरा सकता है।