कैबिनेट मंत्री के बंगले में घुसे संदिग्ध लोग, CM और PMO तक पहुंचा मामला

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चिट्ठी में लिखा गया है कि  रायपुर स्थित नन्दकुमार साय के बंगले सरकारी बंगले में रविवार को दो दर्जन संदिग्ध लोग के उनके घर में घुसकर बाथरूम ले सेकर बेडरूम तक घूमते रहे। जिसके चलते साय का पूरा परिवार सदमे में है और किसी अनहोनी की आशंका से डरे हुए हैं।



रायपुर, 01 जुलाई (हि.स.)। रविवार की शाम को अनुसूचित जनजाति आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष नन्दकुमार साय के बंगले में दो दर्जन अज्ञात लोगों के संदिग्ध अवस्था मे प्रवेश करने का मामला जोर पकड़ता जा रहा है। इस मामले में नन्दकुमार साय के निजी सचिव वीरेंद्र जायसवाल ने शिकायती चिट्ठी लिखकर जांच करने की मांग की है। चिट्ठी में लिखा गया है कि  रायपुर स्थित नन्दकुमार साय के बंगले सरकारी बंगले में रविवार को दो दर्जन संदिग्ध लोग के उनके घर में घुसकर बाथरूम ले सेकर बेडरूम तक घूमते रहे। जिसके चलते साय का पूरा परिवार सदमे में है और किसी अनहोनी की आशंका से डरे हुए हैं। इस सिलसिले में निजी सचिव द्वारा लिखी गई चिट्ठी पीएमओ और केंद्रीय गृह मंत्रालय तथा प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को भी भेजा गया है। घटना के ही दिन रविवार को ही लिखी गई इस चिट्ठी में कहा गया है कि केंद्र सरकार में कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्राप्त जनजातीय आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष के शासकीय बंगले से सुरक्षा व्यवस्था हटा ली गयी है, जिसके चलते यह घटना घटित हुआ है। यह भी बताया कि उनके बंगले का बाउंड्रीवाल काफी समय पहले गिर चुका है। उसकी मरम्मत के लिए कई बार राज्य सरकार को पत्र लिखा गया, लेकिन आजतक सुनवाई नही हुई। चिट्ठी में कहा गया है कि मंत्री का बंगला असुरक्षित है और भविष्य में भी ऐसा हादसा हो हो सकता है। जिसके बचने के उपाय किये जाएं। साथ ही चिट्ठी में इस बात की भी आशंका व्यक्त की गई है कि संदिग्ध लोगों ने उनके घर में कुछ आपत्तीजनक सामान छोड़कर गए हैं, जिसकी जल्द से जल्द तलाशी लेकर, मंत्री के पूरे परिवार को सुरक्षा मुहैया करायी जाए। इस संबंध में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ), केंद्रीय गृह मंत्रालय, गृह मंत्रालय छत्तीसगढ़, पुलिस महानिदेशक छत्तीसगढ़ तथा रायपुर के जिला पुलिस अधीक्षक को भी शिकायती पत्र सौपा गया है।

 


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