मध्यप्रदेश में जल्द होगा मंत्रिमंडल का विस्तार, केन्द्रीय नेतृत्व के निर्देश का इंतजार
भोपाल, 24 जून (हि.स.)। मध्यप्रदेश में इन दिनों विधानसभा की 24 रिक्त सीटों पर होने वाले उपचुनावों की तैयारियां जोर शोर से चल रही हैं। इसी बीच विधानसभा का मानसून सत्र भी आगामी 20 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। इसी को देखते हुए अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जल्द ही अपने मंत्रिमंडल का विस्तार कर सकते हैं। मुख्यमंत्री ने स्वयं इसके संकेत दिये हैं। सीएम शिवराज का कहना है कि प्रदेश में मंत्रिमंडल का विस्तार जल्द होगा। इसके लिए हमाने पूरी तैयारी कर ली है। इस संबंध में केन्द्रीय नेतृत्व से विचार-विमर्श होना बाकी है। उनका निर्देश मिलते ही मंत्रियों को शपथ दिला दी जाएगी।
बता दें कि कमलनाथ के नेतृृत्व वाली कांग्रेस सरकार गिरने के बाद 23 जून को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना संकट के बीच रिकॉर्ड 29 दिन अकेले सरकार चलाई। इसके बाद उन्होंने अपना मिनी मंत्रिमडल गठित किया, जिसमें पांच मंत्रियों को शामिल किया गया। तभी से मीडिया में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें लग रही हैं, लेकिन अब इस बहुप्रतीक्षित मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों पर शीघ्र विराम लगने वाला है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को पार्टी कार्यालय में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और संगठन मंत्री सुहास भगत के साथ बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि मंत्रिमंडल से जुड़े सभी पहलुओं को लेकर प्रदेश संगठन से चर्चा हो गयी है। इसके लिए हमारी तरफ से तैयारी पूरी कर ली गई है। शीघ्र ही वे इस मसले पर विचार-विमर्श के लिए केन्द्रीय नेतृत्व से मिलनेे दिल्ली जाएंगे। इसके बाद शीघ्र ही मंत्रिमंडल का विस्तार कर लिया जाएगा। इस अवसर पर गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा भी उनके साथ थे।
गौरतलब है कि राज्यपाल लालजी टण्डन की इन दिनों तबीयत खराब है और लखनऊ के मेदांता हास्पिटल में उनका उपचार चल रहा है। वे वहां वेटिंलेटर पर हैं। हालांकि, उनके स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है, लेकिन उनकी अस्वस्थता के चलते मंत्रिमंडल विस्तार के लिए राज्य में कार्यवाहन राज्यपाल की नियुक्ति की जा रही है। बताया जा रहा है कि इसी सप्ताह छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुइया उइके को मध्यप्रदेश में कार्यवाहन राज्यपाल बनाया जा सकता है।