गुवाहाटी, 13 दिसम्बर (हि.स.)। असम समेत पूर्वोत्तर के कई राज्यों में नागरिकता कानून के विरोध में चल रहे प्रदर्शन के दौरान बीते तीन दिनों में पुलिस फायरिंग और लाठीचार्ज में अब तक चार लोगों की मौत हुई है, जबकि कई लोग घायल हैं। डिब्रूगढ़ में लाठीचार्ज में घायल एक छात्र की इलाज के दौरान शुक्रवार सुबह मौत हो गई। इस तरह मरने वालों की संख्या अब चार हो गई है।
हालांकि, शुक्रवार को समाचार लिखे जाने तक किसी भी तरह की हिंसात्मक घटना की सूचना प्राप्त नहीं हुई है। बताया गया है कि डिब्रूगढ़ में लाठीचार्ज में घायल छात्र विजेंद्र पांगी की इलाज के दौरान शुक्रवार को मौत हो गई। वह हिंसक आंदोलन में लाठीचार्ज के दौरान बुधवार को घायल हो गया था, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
आंदोलन के पहले दिन पुलिस ने लाठीचार्ज करने से परहेज किया था। बाद में जब आंदोलनकारी हिंसक हो गए तो पुलिस ने बल प्रयोग, वाटर कैनन का प्रयोग एवं रबर बुलेट के साथ ही आसू गैस का भी प्रयोग किया, फिर भी हालात काबू में नहीं आए। आखिरकार सेना के जवानों को उतारा गया। सेना गुवाहाटी, डिब्रूगढ़ में फ्लैग मार्च कर रही है। स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस को कई स्थानों पर फायरिंग का सहारा लेना पड़ा है।