चंडीगढ़, 27 अक्टूबर (हि.स.) । हरियाणा के राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य ने रविवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक दल के नेता मनोहर लाल को राज्य के 21वें मुख्यमंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई। भाजपा नेता मनोहर लाल ने दूसरी बार हरियाणा की कमान संभाली है। दीपावली के अवसर पर राजभवन में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में सबसे पहले मनोहर लाल ने शपथ ली। इसके बाद राज्यपाल ने भाजपा को समर्थन देने वाली जननायक जनता पार्टी (जजपा) विधायक दल के नेता दुष्यंत चौटाला को उप मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। शपथ ग्रहण समारोह दोपहर दो बजे आयोजित किया गया।
दोपहर साढ़े 12 बजे नेताओं और कार्यकर्ताओं ने राजभवन में प्रवेश शुरू किया। समर्थकों की भीड़ की वजह से राजभवन के आसपास की सड़कें जाम रहीं। समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, केंद्रीय मंत्री रतनलाल कटारिया, हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, पंजाब के राज्यपाल वीपी सिंह बदनौर, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल, शिरोमणि अकाली दल (बादल) के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल, चंडीगढ़ भाजपा अध्यक्ष संजय टंडन, अकाली नेता सुखदेव सिंह ढींडसा, बलविदर सिंह भूंदड़, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, भाजपा के प्रदेश प्रभारी डॉ.अनिल जैन, दुष्यंत के पिता और पूर्व सांसद अजय सिंह चौटाला, दिग्विजय चौटाला प्रमुख रूप से मौजूद रहे।
हारे के हरिनामः
चुनाव हार चुके नेता भी शपथ ग्रहण में पहुंचे। इस बार मनोहर सरकार के आठ मंत्री चुनाव हारे हैं। समरोह में पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, पूर्व शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा, भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला समेत कई हारे नेता पहुंचे।
झलकियांः
भाजपा-जजपा गठबंधन में अहम भूमिका निभाने वाले प्रकाश सिंह बादल सबसे पहले राजभवन पहुंचे।सुबह तिहाड़ जेल से फरलो पर बाहर आए दुष्यंत के पिता अजय सिंह चौटाला को मुख्य मंच पर स्थान दिया गया। मनोहर और दुष्यंत ने बादल के पांव छूकर आशीर्वाद लिया। हरियाणा की मुख्य सचिव ने जब मनोहर लाल को शपथ के लिए बुलाया तो भारत माता की जय के नारे गूंजे। दुष्यंत चौटाला के शपथ लेते वक्त पंडाल में इंकलाब जिंदाबाद के नारे गूंजे। विधानसभा चुनाव के दौरान टिकट वितरण में हाईकमान के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह समारोह में नहीं पहुंचे।
मंत्रियों के नामों पर असमंजसः
शपथ समारोह में अंतिम समय तक मंत्रियों के नामों पर असमंजस बरकरार रहा। मनोहर लाल और दुष्यंत चौटाला के शपथ ग्रहण करने के बाद समारोह के खत्म होने पर चर्चा होती रही। मंच पर लगाई गई कुर्सियों के क्रम के आधार पर भी लोग भावी मंत्रियों के नामों पर अटकलें लगाते रहे।