नई दिल्ली, 01 फरवरी (हि.स.)। केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को बजट 2020-21 के भाषण में भारतीय रेलवे के लिए 2,25,913 करोड़ रुपये के आवंटन की घोषणा की। यह पिछले वित्तीय वर्ष के मुकाबले 9.5 प्रतिशत अधिक है।
सीतारमण ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) मॉडल के माध्यम से भारतीय रेल नेटवर्क पर 150 निजी रेलगाड़ियों को चलाया जाएगा। इस संबंध में रिक्वेस्ट फॉर क्वालिफिकेशन डाक्यूमेंट (आरएफक्यू) पहले ही जारी किया जा चुका है। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में प्रमुख पर्यटक स्थलों के लिए तेजस जैसी ट्रेनें शुरू की जाएंगी। उल्लेखनीय है कि फिलहाल देश में दो तेजस ट्रेनें चलाई जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे पीपीपी मॉडल के माध्यम से किसान रेल की स्थापना करेगा। इसके शुरु होने से जल्द खराब होने वाले माल को तत्काल अपने गंतव्य पर पहुंचाया जा सकेगा। सीतारमण ने कहा कि रेलवे के स्वामित्व वाली भूमि पर रेलवे पटरियों के साथ बड़ी सौर पैनल क्षमता स्थापित करने के लिए एक प्रस्ताव पर विचार चल रहा है। रेलवे की जमीन पर सौर ऊर्जा प्लांट लगाए जाएंगे। तेजस जैसी ट्रेनें प्रतिष्ठित स्थलों को जोड़ेगी।
उन्होंने कहा कि पीपीपी मॉडल से 4 रेलवे स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। अहमदाबाद और मुंबई के बीच भारत की पहली बुलेट ट्रेन परियोजना को समय पर पूरा करने के लिए परियोजना को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाया जाएगा। सीतारमण ने कहा कि भारतीय रेलवे ने कई हजार रेलवे स्टेशनों को मुफ्त हाई-स्पीड वाईफाई से लैस किया है। 27 हजार किलोमीटर ट्रैक का विद्युतीकरण किया जाएगा। बेंगलुरू-चेन्नई ट्रेन परियोजना को पूरा किया जाएगा।