नई दिल्ली, 05 जुलाई (हि.स.)। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने वित्त वर्ष 2019-20 का आम बजट शुक्रवार को पेश किया। मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के पहले बजट में गांव, गरीब, किसान और मध्यम वर्ग का विशेष ख्याल रखा गया है। हालांकि वित्त मंत्री ने पेट्रोल-डीजल, सोना और कुछ अन्य चीजों पर कस्टम ड्यूटी बढ़ाकर लोगों की परेशानी बढ़ा दी है।
आम बजट में पेट्रोल-डीजल की कीमत बढ़ने से माल ढुलाई पर आने वाला खर्च बढ़ जाएगा। इसका असर करीब हर सामान की कीमत पर इसका असर पड़ना तय माना जा रहा है।
बजट में ये समान हुआ महंगा
निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए सोना पर शुल्क 10 फीसद से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया। तंबाकू पर भी अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा की गई है। साथ ही पेट्रोल-डीजल पर एक-एक रुपए का अतिरिक्त रोड इन्फ्रास्ट्रक्चर सेस एक रुपये और एक रुपये एक्साइज ड्यूटी लगाने की भी घोषणा की गई है। इस तरह पेट्रोल-डीजल दो रु. प्रति लीटर महंगा हो जाएगा। इसके अलावा आयातित किताबों पर 5 फीसदी कस्टम ड्यूटी बढ़ाई गई है। सीसीटीवी, पीवीसी और मार्बल पर भी कस्टम ड्यूटी बढ़ गई है। इसके अलावा काजू ऑटो पार्ट्स, सिंथेटिक रबर, पीवीसी, टाइल्स भी बजट में महंगे हो गये हैं।
इसके साथ ही सोने के अलावा चांदी और चांदी से बने आभूषण खरीदने के लिए भी अतिरिक्त रुपए खर्च होंगे। ऑप्टिकल फाइबर, स्टेनलेस उत्पाद, मूल धातु के फिटिंग्स, फ्रेम और सामान, एसी, लाउडस्पीकर, वीडियो रिकॉर्डर, सीसीटीवी कैमरा, वाहन के हॉर्न, सिगरेट आदि महंगे हुए हैं।
बजट में ये सामान हुआ सस्ता
वित्त मंत्री ने वित्त वर्ष 2019-20 के आम बजट में इलेक्ट्रिक गाड़ियों को बढ़ावा देने के लिए बड़ी घोषणाएं की हैं। बजट में इलेक्ट्रिक गाड़ियों पर जीएसटी रेट 12 फीसदी से घटाकर पांच फीसदी कर दिया गया है। इसके अलावा, इलेक्ट्रिक गाड़ियां खरीदने की खातिर लिए गए लोन पर चुकाए जाने वाले ब्याज पर 1.5 लाख रुपए की अतिरिक्त इनकम टैक्स छूट (एडिशनल इनकम टैक्स डिडक्शन) भी मिलेगी। दरअसल मोदी सरकार इस कदम से इलेक्ट्रिक गाड़ियों को लोगों के लिए किफायती बनाना चाहती है।