लखनऊ, 27 मई(हि.स.)। समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को हराने वाले लेटर को बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आरके कुशवाहा ने झूठा व फर्जी बताया है। प्रदेश अध्यक्ष ने वायरल लेटर को गलत ठहराते हुए एक पत्र भी जारी कर दिया है।
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष आरके कुशवाहा ने सोमवार को हिन्दुस्थान समाचार न्यूज एजेंसी को बताया कि मतगणना वाले दिन वह खुद ही सोशल मीडिया के माध्यम से एक पत्र पाये, जिसपर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों की जमानत जब्त कराने की बात लिखी गई थी। वायरल हो रहे पत्र में गेस्ट हाउस का बदला लेने के लिए सपा प्रत्याशी की हार जरुरी होना लिखा था।
उन्होंने बताया कि इस वायरल पत्र के मिलते ही उन्होंने इसकी जांच करायी। फिर 25 मई को अपनी ओर से खंडन पत्र जारी किया। खंडन पत्र के माध्यम से कार्यकर्ताओं को भ्रमित ना होने को लिखा गया। फर्जी पत्र के माध्यम से सपा और बसपा के गठबंधन में दरार पैदा करने की विरोधियों की यह साजिश है।
बसपा के प्रदेश अध्यक्ष के फर्जी हस्ताक्षर वाले वायरल पत्र में लिखा है कि बहन जी के आदेश पर बसपा कार्यकर्ताओं को नतीजों की परवाह किये बगैर समाजवादी पार्टी के प्रत्याशियों को हराना है। हमें मायावती के साथ हुए अपमान का बदला लेना है। इसके लिए सपा प्रत्याशियों की जमानतें जब्त करानी है।