लखनऊ, 22 दिसम्बर (हि.स.)। बीएसपी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने भीम आर्मी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। अपने वोट बैंक को खिसकते देख मायावती ने रविवार को कहा कि भीम आर्मी के चन्द्रशेखर का चुनाव के समय धरना प्रदर्शन कर जेल में जाना एक षड्यंत्र है। वे ऐसा विरोधी पार्टियों की कठपुतली बनकर योजना के तहत कर रहे हैं, जिससे वे सुर्खियों में आकर बसपा को कुछ हद तक नुकसान पहुंचा सके।
मायावती ने उदाहरण देते हुए कहा कि वह पश्चिमी उत्तर प्रदेश का रहने वाला है लेकिन दिल्ली के जामा मस्जिद वाले प्रदर्शन में शामिल होकर उसने जबरन अपनी गिरफ्तारी करवाई है, क्योंकि दिल्ली में जल्दी ही विधानसभा के आमचुनाव होने वाले हैं। इतना ही नहीं, उसके साथी उसको जेल से छुड़ाने के नाम पर दलितों से खूब चन्दा इकट्ठा करके अपना धन्धा चलाते रहते हैं, जिससे फिर भीम नाम के साथ-साथ दलित समाज की भी काफी बदनामी होती है। उन्होंने कहा कि बसपा बाबा साहेब डाक्टर भीमराव आम्बेडकर की सोच व विचारधारा के साथ-साथ उनके मिशन पर व उनके नक्श-ए-कदम पर पूरी अनुशासित तरह से चलने वाली पार्टी है। पार्टी ने नये नागरिकता संशोधन कानून व संसद में घोषित किये गये एनआरसी कराने का काफी डटकर संसद के भीतर व बाहर भी शुरू से ही विरोध किया है। साथ ही बीएसपी के संसदीय दल ने राष्ट्रपति से भी मिलकर इस अति-विवादित कानून को वापस लेने की भी मांग की है। इतना ही नहीं सीएए व एनआरसी से सम्बंधित फैसलों के विरोध में हो रहे प्रदर्शन का पार्टी ने समर्थन किया है। कार्यकर्ताओं को सख्त निर्देश है कि हिंसा किसी भी हाल में नहीं होनी चाहिये और उसका प्रतिरोध शान्तिपूर्ण व लोकतांत्रिक तरीके से ही होना चाहिये। यही बाबा साहेब डाक्टर भीमराव अम्बेडकरवादी सीख व तरीका भी है।
उन्होंने कहा कि भीम आर्मी संगठन की तरह ही बामसेफ के नाम पर भी ऐसे अनेक सरकारी कर्मचारियों के संगठन बने हैं, जो अपने आपको कांशीराम का अनुयायी बताकर, खासकर दलित समाज के लोगों को गुमराह करके अपना स्वार्थ सिद्ध करते रहते हैं। ऐसे लोग बाबा साहेब डाक्टर भीमराव अम्बेडकर के परिवार के किसी भी सदस्य को भोले-भाले लोगों के बीच में बुलाकर अपना धन्धा करते रहते हैं। इस प्रकार इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए बीएसपी के लोगों से यही अपील है कि वे ऐसे सभी स्वार्थी तत्वों, संगठनों व पार्टियों आदि से हमेशा सावधान रहे। वैसे ऐसे तत्वों को हमारी पार्टी जल्दी से कभी लेती नहीं है, चाहे वे कितना भी प्रयास क्यों ना कर ले।