लखनऊ, 28 दिसम्बर (हि.स.)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा के बयान ‘दूसरी पार्टियां सरकार से डर रही हैं, वह कुछ नहीं कह रही हैं’ का जवाब देते हुए बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि यदि कांग्रेस जनहित की घोर अनदेखी नहीं करती तो बसपा बनाने की जरूरत ही नहीं पड़ी होती। कांग्रेस ने दलितों, पिछड़ों व मुस्लिमों को उनका संवैधानिक हक नहीं दिया। इस कारण बसपा बनाने की जरूरत पड़ी। उसे खुद आत्म चिंतन करने की जरूरत है।
शनिवार शाम को बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट किया कि ‘भारत बचाओ, संविधान बचाओ’ की याद कांग्रेस को तब क्यों नहीं आयी जब वह सत्ता में रहकर जनहित की घोर अनदेखी कर रही थी जिसमें दलितों, पिछड़ों व मुस्लिमों को भी उनका संवैधानिक हक नहीं मिल पा रहा था जिसके कारण ही आज बीजेपी सत्ता में बनी हुई है, तभी फिर बीएसपी को भी बनाने की जरूरत पड़ी।
कांग्रेस आज अपनी पार्टी के स्थापना दिवस को ’भारत बचाओ, संविधान बचाओ’ के रूप में मना रही है। इस मौके पर दूसरों पर चिन्ता व्यक्त करने के बजाए कांग्रेस स्वयं अपनी स्थिति पर आत्म-चिन्तन करती है, तो यह बेहतर होता, जिससे निकलने के लिए उसे अब किस्म-किस्म की नाटकबाजी करनी पड़ रही है।
कांग्रेस के स्थापना दिवस पर महासचिव प्रियंका वाड्रा ने लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा कि दूसरी पार्टियां सरकार से डर रही हैं, वह कुछ नहीं कह रही हैं। कांग्रेस को संघर्ष की चुनौती स्वीकार है। दमनकारी विचारधारा से टक्कर है। कार्यकर्ताओं के दिल में भय और हिंसा नहीं। उन्होंने कोई बलिदान नहीं दिया। उनके इस वक्तव्य का मायावती ने ट्वीट कर जवाब दिया।