नई दिल्ली, 04 सितंबर (हि.स.)। सार्वजनिक क्षेत्र और देश की सबसे बड़ी दूरसंचार कंपनी भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल) अपने आधे कर्मचारियों को वॉलंटरी रिटायरमेंट (समय पूर्व स्वैच्छिक सेवानृवित) देने की तैयारी में है। एक तरफ बीएसएलएल जमीन किराए पर देकर पैसा जुटा रही है तो दूसरी तरफ खर्च में कटौती के लिए यह कदम उठाने पर गंभीरता से विचार कर रही है।
इतने बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को रिटायर करने के बाद संस्थान कैसे चलेगा, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि तब हम आउटसोर्सिंग करेंगे। लोगों को मंथली कांन्ट्रैक्ट के आधार पर रखने का भी विकल्प होगा। पुरवार ने कहा कि अभी बीएसएनएल में बहुत कर्मचारी हैं। यदि 60 से 70 हजार कर्मचारी भी वीआरएस लेते हैं तो एक लाख कर्मचारी बचेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे पास 68 हजार टावर्स हैं, जिसमें से 13-14 हजार टावर हमने दूसरों को दिए हैं। पुरवार ने कहा कि आमदनी बढ़ाने के लिए हम टावर्स की किरायेदारी बढ़ाने की संभावनाओं को तलाश रहे हैं, ताकि अतिरिक्त आमदनी आर्जित की जा सके।