बीएसएफ की नजर मानसून का फायदा उठाकर तस्करी करने वालों पर
नई दिल्ली, 25 जून (हि.स.)। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के महानिरीक्षक आई जी अश्वनी कुमार सिंह ने शुक्रवार को मानसून के दौरान संभावित चुनौतियों से निपटने व तैयारियों की समीक्षा के लिए अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कोलकाता स्थित फ्रंटियर मुख्यालय में वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा अपने इलाके में तैनात सभी सेक्टर कमांडरों तथा बटालियन के कमांडिंग ऑफिसर्स के साथ उच्चस्तरीय बैठक की। बैठक में यह निर्देश दिया गया, कि सभी प्रकार की विकट परिस्थितियों में ट्रांस बॉर्डर क्राइम को रोकने के लिए बल की ओर से सभी एहतियाती कदम उठाए जाएंगे।
दिल्ली स्थित बीएसएफ मुख्यालय से प्रवक्ता कृष्णा राव ने ‘हिन्दुस्थान समाचार’ को बताया कि मानसून की आड़ में नदियों के रास्ते होने वाली मवेशी तस्करी पर पैनी नजर रखने के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए है। फ्रंटियर के प्रवक्ता व डीआइजी सुरजीत सिंह गुलेरिया ने बताया कि बैठक के दौरान आइजी ने बंगाल के सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों की मदद करने, जिसमें खासकर सुंदरवन इलाकों में स्पीड बोटों के द्वारा से लोगों का बचाव, चिकित्सा सुविधाएं, सर्च और रेस्क्यू, एंबुलेंस की सुविधाएं आदि का समुचित प्रबंध करने को कहा गया है। उन्होंने आने वाले समय में खराब मानसून के मद्देनजर फ्रंटियर मुख्यालय समेत इसके अंतर्गत सभी बटालियनों एवं सेक्टर मुख्यालयों में कंट्रोल रूम स्थापित करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि खराब मौसम या मानसून की वजह से किसी भी प्रकार की तस्करी नही होनी चाहिए। मौसम का फायदा उठाकर तस्करी के प्रयास को रोकने के लिए सभी नदियों में बोट को अलर्ट करने के आदेश के साथ साथ नदी के रास्ते तस्करी के संवेदनशील इलाकों को चिन्हित कर रात्रि के उपकरण, सीसीटीवी कैमरा लगवाने के लिए आदेश जारी किया है।
दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के इलाके में मवेशियों की तस्करी शून्य हो चुकी है। पिछले लंबे समय से मवेशियों की तस्करी का कोई भी मामला सामने नहीं आया है, लेकिन अबकी बार मानसून विभाग के अनुसार, पिछले वर्षो की अपेक्षा ज्यादा बारिश होने का अनुमान है। किसी भी प्रकार की तस्करी न हो इसके लिए दक्षिण बंगाल फ्रंटियर ने बारिश से प्रभावित नदी वाले इलाके जिसका इस्तेमाल तस्कर तस्करी के लिए करते है वहां खास इंतजाम किया है।
913 किलोमीटर बॉर्डर में से 350 किलोमीटर इलाका नदियों का
प्रवक्ता के अनुसार, बीएसएफ के दक्षिण बंगाल फ्रंटियर की जिम्मेदारी के 913 किलोमीटर बॉर्डर में से करीब 350 किलोमीटर इलाका नदियों से होकर गुजरता है। जिसमे बारिश का फायदा उठाकर तस्कर मवेशियों की तस्करी करने की फिराक में रहते है। वीडियो कॉन्फ्रेंस मे सीमा चौकी नीमतीता, हारूडंगा, जीरो प्वाईंट इत्यादि का विशेष जिक्र किया गया, क्योकि इन सीमा चौकियों से मवेशियों को नदियों मे आई बाढ के द्वारा तस्करी करने के प्रयास किए जाते हैं । दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के कुल इलाके में 110 किलोमीटर सुंदरवन का इलाका है जहां इसटुआरी पॉइंट से लेकर सीमा चौकी वांकड़ा तक की जिम्मेवारी 27वीं वाहिनी की है। इसमें फ्लोटिंग सीमा चौकियों , वैसल, स्पीड बोट/ मैकेनाइज्ड बोट्स आदि तैनात हैं जोकि बांग्लादेश से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा पर निगरानी करते हैं। इसी वाहिनी के साथ 85वीं वाहिनी जो इच्छामती नदी से लगी अंतरराष्ट्रीय सीमा रेखा की निगरानी सीमा चौकी पानीतार तक करती है, यह इलाका भी भारी बारिश से प्रभावित होगा।