लंदन, 05 जुलाई ( हि.स.)। ब्रिटिश शाही नौसेना ने गुरुवार को जिब्राल्टर में ईरानी तेल टेंकर को जब्त कर लिया। यह टैंकर यूरोपीय संघ के प्रतिबंध का उल्लंघनकर सीरिया तेल पहुंचाने जा रहा था। इस घटना पर ईरान ने नाराजगी जाहिर की है। ऐसा माना जा रहा है कि इस्लामिक गणराज्य का पश्चिम के साथ तनाव और बढ़ेगा।
रिपोअर् के मुताबिक, ईरानी तेल टैंकर ग्रेस 1 को ब्रटिश क्षेत्र में जबत किया। यह मध्यपूर्व से अफ्रीका का चक्कर लगाते हुए लंबी दूरी तय स्पेन के दक्षिणी सिरे होकर जिब्राल्टर में दाखिल हुआ था।
इस बीच ईरान के विदेश मंत्रालय ने ब्रिटिश राजदूत को बुलाया और इस घटना पर कड़ी आपत्ति जाहिर की है। साथ ही कहा है इस तरह की कार्रवाई अवैध और अस्वीकार्य है। विदित हो कि तेल टैंकर पर पनामा का झंडा लहरा रहा था और सिंगापुर की एक कंपनी इसे संचालित कर रही थी। लेकिन राजनयिक संदेह जल्द दूर हो गया।
उधर, पानामा की मैरीटाइम् ऑथरिटी ने गुरुवार को कहा कि ग्रेस 1 तेल टैंकर पनामा में अंरराष्ट्रीय नौका के रूप में पंजीकृत नहीं है।इस घटना पर अमेरिकी सुरक्षा सलाहकार जॉन बोल्टन ने कहा है कि ब्रिटेन ने बड़ा अच्छा काम किया है।
उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका और उनके मित्र देश तेहरान और दमिश्क के बीच अवैध व्यापार से हो रहे लाभ को रोकना जारी रखेंगे। समाचार एजेंसी रॉयटर ने नौवाहन आंकड़े की समीक्षा कर बताया कि ईरानी तट के पास समुद्र में तेल लादा गया था, जबकि दस्तावेजों में इराक में लादे जाने का उल्लेख किया गया है।
उल्लेखनीय है कि यूरोप ने सीरिया के लिए तेल लदान पर साल 2011 से प्रतिबंध लगा रखा है। लेकिन समुद्र में कभी किसी टैंकर को नहीं पकड़ा था, क्योंकि वह अमेरिका की तरह ईरान पर व्यापक प्रतिबंध नहीं लगा रखा है।