ब्रिटेन ने हांगकांग का मुद्दा यू.एन. मानवाधिकार परिषद में उठाया
नई दिल्ली, 16 जून (हि.स.)। ब्रिटेन ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में कहा कि हांगकांग पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू करने की चीन की योजना उसके पूर्व उपनिवेश की स्वायत्तता को कमजोर करेगी और वहां मानव अधिकारों और स्वतंत्रता को खतरा पैदा कर सकती है।
जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में ब्रिटेन के राजदूत जूलियन ब्रेथवेट ने कहा कि प्रस्तावित कानून का लागू होना ब्रिटेन और चीन की संयुक्त घोषणा के तहत हुई संधि और संयुक्त राष्ट्र में पंजीकृत संधि के तहत चीन के अंतर्राष्ट्रीय दायित्वों का सीधा उल्लंघन है।
उन्होंने चीन से हांगकांग के लोगों, संस्थाओं और न्यायपालिका को साथ लेकर हांगकांग की स्वायत्तता, अधिकारों और स्वतंत्रता के उच्च स्तर को बनाए रखना सुनिश्चित करने का आग्रह किया।
इस पर उत्तर कोरिया के एक राजनयिक ने विरोध जताते हुए कहा कि “कुछ देशों द्वारा चीन के घरेलू मामलों में हस्तक्षेप करने के लिए हांगकांग से संबंधित मुद्दों का उपयोग करने का प्रयास किया जा रहा है।” उन्होंने कहा कि हांगकांग चीन का “एक अविभाज्य हिस्सा” है, जहां चीन की संप्रभुता का प्रयोग किया जाता है और इसका संविधान लागू होता है।
चीन ने पिछले महीने शहर में अलगाव, तोड़फोड़ और विदेशी हस्तक्षेप से निपटने के लिए हांगकांग पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून को सीधे लागू किया है।