ब्रिटेन में नए प्रधानमंत्री पद के पांच दावेदार, जॉनसन मजबूत स्थिति में.
ब्रिटेन में ब्रेग्जिट मुद्दे पर गरमाई सियासत के मध्य नए प्रधानमंत्री के लिए हलचल तेज हो गई है। टेरीजा मे ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री पद छोड़ने की घोषणा कर दी थी। इसके बाद नए प्रधानमंत्री के दौर में पांच नाम प्रमुखता से सामने आए हैं जिनमें पूर्व विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है।
लंदन, 26 मई(हि.स. )। ब्रिटेन में ब्रेग्जिट मुद्दे पर गरमाई सियासत के मध्य नए प्रधानमंत्री के लिए हलचल तेज हो गई है। टेरीजा मे ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री पद छोड़ने की घोषणा कर दी थी। इसके बाद नए प्रधानमंत्री के दौर में पांच नाम प्रमुखता से सामने आए हैं जिनमें पूर्व विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन की दावेदारी सबसे मजबूत मानी जा रही है।
विदित हो कि टेरीजा मे ने कई बार ब्रेग्जिट समझौते का विधेयक पेश किया, लेकिन इस पर वह अपनी कंजर्वेटिव पार्टी के भीतर ही सहमति बनाने में असफल रहीं। इसके बाद उन्होंने पद छोड़ने का फैसला किया।
प्रधानमंत्री बनने के दौर में ब्रिटेन के स्वास्थ्य मंत्री मैट हैंकॉक के अलावा पूर्व विदेश मंत्री बोरिस जॉनसन, वतर्मान विदेश मंत्री जेरेमी हंट, इंटरनेशनल डेवलपमेंट सेक्रेटरी रॉरी स्टीवर्ट और पूर्व वर्क एंड पेंशन मिनिस्टर एस्थेर मैक्वे भी शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि टेरीजा मे की ब्रग्जिट योजना पर ना तो कंजवेर्टिव पार्टी के भीतर आम राय बना पाईं और ना ही संसद ने ही स्वीकार किया। संसद ने तो तीन बार ब्रेग्जिट विधेयक को नकार दिया। इस तरह बदले समीकरणों के तहत अगर कोई समझौता होता नजर आता है तो यूरोपियन संघ से अलग होने की समयसीमा 29 मार्च से बढ़ाकर 31 अक्तूबर तक की जा सकती है।
सर्वे के अनुसार, कंजर्वेटिव पार्टी के सदस्य ब्रेग्जिट के पक्ष में हैं और बिना किसी समझौते के यूरोपियन संघ से अलग होने पर सहमत हैं। ऐसे में बोरिस जॉनसन को नए प्रधानमंत्री पद की होड़ में सभी का समर्थन हासिल होता दिख रहा है। जॉनसन खुद भी कह चुके हैं कि अगर किसी समझौते पर नहीं पहुंचा जाता है तो ब्रिटेन को यूरोपियन संघ से बिना किसी करार के अलग होने के लिए तैयार रहना चाहिए। उन्होंने यहां तक कह दिया है कि वह 31 अक्तूबर को यूरोपियन संघ से अलग हो जाएंगे, चाहे समझौता हो या नहीं।