ब्रिटेन का उद्योगों के लिए 420 अरब डॉलर का पैकेज

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लंदन, 18 मार्च (हि.स.)। ब्रिटेन ने कहा है कि वह कोरोना वायरस के प्रसार से जोखिम का सामना कर रहे व्यवसायों के लिए ऋण गारंटी की 330 अरब पाउंड (399 अरब डॉलर) की योजना शुरू करेगा और कर कटौती, अनुदान और अन्य सहायता में 20 बिलियन पाउंड प्रदान करेगा।

वित्त मंत्री ऋषि सुनक ने खुदरा विक्रेताओं, बार और हवाई अड्डों और अन्य फर्मों की मदद के लिए “जो भी हो” करने का संकल्प फिर से दोहराया। कोरोना वायरस के कारण इनमें से कई व्यवसाय बंद होने की स्थिति में हैं। सुनक ने प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन के साथ मंगलवार को कहा कि यह विचारधारा और रूढ़िवाद का समय नहीं है। यह साहस का समय है।

ब्रिटेन ने कुछ वैज्ञानिकों द्वारा कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए बहुत धीरे-धीरे आगे बढ़ने के लिए सरकार की आलोचना की थी। इसके बाद सरकार ने सोमवार को लोगों से पब, क्लब, रेस्तरां, सिनेमा और थिएटर से बचने के लिए कहा। मंगलवार को सरकार ने तीन महीने के लिए रूटीन सर्जरी को रद्द करने की योजना की घोषणा की।

जॉनसन ने कहा, “हमें किसी भी युद्ध-काल की सरकार की तरह काम करना चाहिए और जो कुछ भी हमारी अर्थव्यवस्था को समर्थन देने के लिए संभव हो करना चाहिए।”

ब्रिटेन में कोरोनोवायरस की मृत्यु का आंकड़ा 16 से बढ़कर 71 हो गया है। सुनक ने मंगलवार के उपायों के पैकेज को अभूतपूर्व बताया, हालांकि ब्रिटेन ने वैश्विक वित्तीय संकट के दौरान लगभग एक खरब पाउंड की गारंटी जारी की थी।

सुनक ने कहा कि वह एक नये ऋण गारंटी कार्यक्रम के साथ संपत्ति कर के निलंबन में सभी खुदरा, आतिथ्य और अवकाश से जुड़े व्यवसायों में शामिल कर रहे हैं। इन क्षेत्रों की कंपनियों को नकद अनुदान की पेशकश की जाएगी और सरकार एयरलाइंस और हवाई अड्डों के लिए एक समर्थन पैकेज पर चर्चा करेगी। हीथ्रो और गैटविक सहित ब्रिटेन के सबसे बड़े हवाई अड्डों ने चेतावनी दी है कि वे सरकारी मदद के बिना पूर्ण बंदी के खतरे का सामना कर सकते हैं।

सुनक ने कहा कि बैंक और कर्जदाता मुश्किल में पड़े लोगों के लिए तीन महीने के कर्ज अवकाश की पेशकश करेंगे। बैंक ऑफ इंग्लैंड ने कहा कि वह ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था में ठोस योगदान देने वाली कंपनियों द्वारा जारी किए गए वाणिज्यिक ऋण को एक साल के लिये खरीदने की खातिर वित्त मंत्रालय के साथ एक नया कोष स्थापित करेगा। ब्रिटेन के बजट पूर्वानुमानकर्ताओं ने कहा कि उधार की यह बड़ी मात्रा द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान देश के भारी कर्ज के बराबर हो सकती है।

ऑफिस फॉर बजट रिस्पॉन्सिबिलिटी के प्रमुख रॉबर्ट चोटे ने कहा, “अब सार्वजनिक क्षेत्र के कर्ज के बारे में कुछ बोलने का समय नहीं है। दूसरे विश्व युद्ध के पांच साल के दौरान बजट घाटा जीडीपी के 20 प्रतिशत से अधिक चला गया था और यह सही काम था।”

 


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