ब्रिस्बेन,19 जनवरी (हि.स.)। भारत ने यहां खेले जा रहे चौथे और निर्णायक टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया को तीन विकेट से हराकर चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला 2-1 से अपने नाम कर ली। यह श्रृंखला भारत के लिए इसलिए भी यादगार रही कि नियमित कप्तान विराट कोहली सहित आधा दर्जन बड़े खिलाड़ी आखिरी दो टेस्ट मैचों में टीम का हिस्सा नहीं थे।
वहीं, ऑस्ट्रेलिया ने 32 साल बाद ब्रिस्बेन में कोई टेस्ट मैच गंवाया है। इससे पहले वर्ष 1988 में वेस्टइंडीज ने यहां ऑस्ट्रेलिया को शिकस्त दी थी।
328 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम ने आखिरी दिन तीन ओवर शेष रहते 7 विकेट के नुकसान पर 329 रन बनाकर जीत हासिल की। भारत के लिए दूसरी पारी में रिषभ पंत ने नाबाद 89,शुभमन गिल ने 91 और चेतेश्वर पुजारा ने 56 रन बनाए। पंंत को उनकी बेहतरीन पारी के लिए मैन ऑफ द मैच का पुरस्कार मिला,जबकि पैट कमिंस को मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार दिया गया।
वहीं कप्तान अजिंक्या रहाणे ने 24 और वॉशिंगटन सुंदर ने महत्वपूर्ण 22 रनों का योगदान किया। दूसरी पारी में भारतीय टीम की शुरुआत खराब रही और 18 रन के कुल स्कोर पर भारतीय टीम को रोहित शर्मा के रूप में पहला झटका लगा। रोहित 07 रन बनाकर पैट कमिंस की गेंद पर आउट हुए।
इसके बाद शुभमन गिल ने चेतेश्वर पुजारा के साथ मिलकर पारी को आगे बढ़ाया और और दौरे पर दूसरा अर्धशतक जड़ा। उन्होंने 90 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया। शुभमन गिल अपने अंतरराष्ट्रीय करियर का पहला शतक लगाने से चूक गए। गाबा टेस्ट मैच की दूसरी पारी में वे 91 रन बनाकर नाथन लियोन के शिकार बने।
भारत को तीसरा झटका कप्तान अजिंक्य रहाणे के रूप में लगा जो 22 गेंदों में 24 रन की तेज पारी खेलकर पैट कमिंस की गेंद पर टिम पेन के हाथों कैच आउट हुए। चेतेश्वर पुजारा ने 196 गेंदों पर श्रृंखला का तीसरा अर्धशतक पूरा किया। चेतेश्वर पुजारा के रूप में भारत को चौथा झटका लगा जो 211गेंदों में 56 रन बनाकर पैट कमिंस की गेंद पर एलबीडब्ल्यू आउट हुए। भारत के लिए चौथी पारी में तीसरा अर्धशतक रिषभ पंत ने जड़ा। उन्होंने 100 गेंदों में पचासा पूरा किया।
मयंक अग्रवाल के तौर पर भारत को पांचवां झटका लगा, जो 15 गेंदों में 9 रन बनाकर पैट कमिंस की गेंद पर मैथ्यू वेड के हाथों कैच आउट हो गए। भारत को छठा झटका वॉशिंगटन सुंदर के रूप में लगा जो नाथन लियोन की गेंद पर 22 रन बनाकर आउट हुए। सातवां झटका भारत को शार्दुल ठाकुर के रूप में लगा जो 2 रन बनाकर आउट हो गए। इसके बाद पंत ने चौका लगाकर भारतीय टीम को ऐतिहासिक जीत दिला दी। पंत के साथ नवदीप सैनी बिना खाता खोले नाबाद लौटे।
इससे पहले ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी 294 रनों पर सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया की कुल बढ़त 327 रनों की है और भारत को जीत के लिए 328 रनों का लक्ष्य मिला। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से दूसरी पारी में स्टीव स्मिथ ने सर्वाधिक 55 रनों की पारी खेली।
स्मिथ के अलावा डेविड वार्नर ने 48,मार्कस हैरिस ने 38 और कैमरन ग्रीन ने 37 रन बनाए। भारत के लिए दूसरी पारी में मोहम्मद सिराज ने पांच विकेट हासिल किए। सिराज के अलावा शार्दुल ठाकुर ने चार और वॉशिंगटन सुंदर ने 1 विकेट लिया।
बता दें कि इस मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 369 रन बनाए थे। ऑस्ट्रेलिया की तरफ से बेहतरीन शतकीय पारी खेलते हुए मार्नस लाबुशाने ने 108 रन बनाए। लाबुशाने के अलावा कप्तान टिम पेन ने 50, कैमरन ग्रीन ने 47 और मैथ्यू वेड ने 45 रन बनाए। जवाब में भारत ने अपनी पहली पारी में 336 रन बनाए।
भारतीय पारी का आकर्षण शार्दुल ठाकुर और वॉशिंगटन सुंदर की बल्लेबाजी रही। शार्दुल ने 67 और सुंदर ने 62 रन बनाए। इन दोनों ने सातवें विकेट के लिए रिकॉर्ड 123 रनों की साझेदारी की। शार्दुल और सुंदर के अलावा सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा ने 44,मयंक अग्रवाल ने 38,कप्तान अजिंक्या रहाणे ने 37 और चेतेश्वर पुजारा व रिषभ पंत ने क्रमशः 25 और 23 रन बनाए। पहली पारी के आधार पर ऑस्ट्रेलिया को 33 रनों की बढ़त हासिल हुई थी।