रियो डी जनेरियो/नई दिल्ली, 27 जुलाई (हि.स.)। भारत ने ब्रिक्स देशों के मंत्रियों की बैठक में आतंक और आर्थिक अपराधियों के खिलाफ मिलकर कार्रवाई करने का आहवान किया है।
भारत, दक्षिण अफ्रीका, चीन, रूस और ब्राजील के विदेश मंत्रियों की नवंबर में होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन से पूर्व हुई इस बैठक में खाड़ी क्षेत्र में बढ़ते तनाव का भी संज्ञान लिया गया। बैठक में ब्रिक्स देशों सहित दुनियाभर में हुए आतंकी हमलों की कड़े शब्दों में निंदा की गई। इसके अलावा हर तरह के आंतक को आर्थिक सहायता मुहैया कराने वाले में देशों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई।
भारत की ओर से बैठक में विदेश मंत्री एस जयशंकर को शामिल होना था। आखिरी वक्त में बदलाव के बाद सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय में राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह बैठक में शामिल होने ब्राजील रवाना हुए। बैठक में जनरल वीके सिंह ने कहा कि ब्रिक्स देशों को मिलकर आर्थिक अपराध कर विदेश भाग जाने वाले भगौड़ों के खिलाफ एकजुट होकर काम करना होगा। यह आर्थिक भगौड़े ब्रिक्स देशों की आर्थिक सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा है।
इस दौरान खाड़ी क्षेत्र में ईरान और ब्रिटेन के बीच तेल टैंकरों को लेकर चल रहे गतिरोध का भी संज्ञान लिया गया। रूस के विदेश मंत्री लावरोव ने कहा कि ब्रिक्स के अन्य देशों को खाड़ी क्षेत्र की सामूहिक सुरक्षा के रूस के विचार का समर्थन करना चाहिए।