सीएआईटी का फैसला : सात करोड़ व्यवसायी एक सितम्बर से नहीं करेंगे चीन से सामानों का आयात

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संगठन के व्यवसायी चीनी सामानों का करेंगे बहिष्कार : बी.सी. भरतीया



नागपुर, 29 अगस्त (हि.स.)। समय-समय पर भारत के खिलाफ भूमिका निभाने वाले चीन के खिलाफ भारतीय व्यापारी अब लामबंद हुए हैं। कनफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (सीएआईटी) संगठन ने एक सितम्बर से चीन से सामान आयात नहीं करने का फैसला किया है। भारत के सात करोड़ व्यापारी तथा 40 हजार संगठन सीएआईटी के सदस्य हैं जिसके चलते भारतीय बाजार में चीन को बड़ा झटका लगने की संभावना प्रबल हो गयी है।
जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद-370 के हटाने के बाद चीन और पाकिस्तान ने मुद्दे को लेकर संयुक्त राष्ट्र में आवाज उठाई है। भारत के इसी अंदरूनी मामले में चीन के हस्तक्षेप के चलते ‘सीएआईटी’ ने आक्रामक भूमिका अख्तियार की है। इस कड़ी में व्यापारियों ने यह फैसला किया है कि चीनी सामान का बहिष्कार करेंगे तथा एक सितम्बर से चीनी वस्तुओं का आयात नहीं करेंगे।
सीएआईटी के अध्यक्ष बी.सी. भरतीया ने बताया कि सीएआईटी ने चीनी वस्तुओं की आयात रोकने तथा चीन के साथ व्यापार बंद करने का निर्णय लिया है। भारतीय बाजार में कुछ ही साल में कम दाम के चलते चीनी सामान काफी लोकप्रिय हो गए हैं। नतीजतन चीन से आयातित सामानों का भारतीय बाजार पर कब्जा हो गया है। लेकिन जम्मू-कश्मीर के मुद्दे पर जिस तरह चीन पाकिस्तान के साथ खडा है, उसका यह कदम भारत के हितों के खिलाफ जाता है। इसलिए सीएआईटी ने चीन को सबक सिखाने का फैसला किया है। सीएआईटी के सदस्यो का मानना है कि, हमेशा भारत के खिलाफ भूमिका अदा करने वाले चीन को यदि सबक सिखाना हो तो उसे आर्थिक रूप से कमजोर करना बेहतर विकल्प होगा। इसलिए आगामी एक सितम्बर से सीएआईटी से जुडे सभी व्यापारी चीनी सामान का आयात और बिक्री बंद करेंगे।
भरतीया ने कहा कि, अनुच्छेद 370 हटाने को लेकर भारत और पाकिस्तान के संबंध तनावपूर्ण हो चुके हैं। दुनिया के अधिकांश देश भारत के पक्ष में हैं। केवल चीन पाकिस्तान के साथ खड़ा दिखाई देता है। ऐसे माहौल में व्यापारियों के संगठन ने चीन को आर्थिक रूप से झटका देने के लिए चीनी वस्तुओं के खिलाफ देशव्यापी मुहिम चलाने का फैसला लिया है एवं चीनी वस्तुओं के आयात और बिक्री पर तत्काल रोक लगाने की पहल की है।
उल्लेखनीय है कि समय-समय पर भारत में चीनी सामानों के बहिष्कार होते रहे हैं । लेकिन यह बहिष्कार अधिक दिनों तक नहीं चल सका। सस्ते चीनी सामान का विकल्प नहीं होने से भारतीय लोग ही बहिष्कार को बेअसर करते रहे हैं। कनफेडेरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स भारतीय व्यापारियों का एक शीर्ष संगठन है और इसके लगभग 7 करोड़ से अधिक व्यापारी सदस्य हैं । इतने बडे पैमाने पर चीनी सामान का बहिष्कार होगा तो भारतीय बाजार में बड़ा उलटफेर होना निश्चित माना जा रहा है और इससे चीन को बडा आर्थिक झटका लगने की संभावना जताई जा रही है।

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