नई दिल्ली, 03 अक्टूबर (हि.स.)। बांग्लादेश नौसेना का जहाज ‘सोमुद्रा अविजान’ रविवार को पूर्वी नौसेना कमान (ईएनसी) की पांच दिवसीय यात्रा पर विशाखापत्तनम पहुंचा। बांग्लादेशी नौसेना की यह यात्रा राष्ट्रपिता बंधु शेख मुजीबुर रहमान की जन्मशती और 1971 के भारत-पाक युद्ध की 50वीं वर्षगांठ के अवसर पर स्वर्णिम विजय वर्ष के उपलक्ष्य में है, जिसके कारण बांग्लादेश को मुक्ति मिली। जहाज के अधिकारियों और चालक दल का ईएनसी और पूर्वी बेड़े के प्रतिनिधियों ने नौसेना बैंड के साथ पारंपरिक स्वागत किया।
दोनों नौसेनाओं के बीच पेशेवर बातचीत, क्रॉस डेक विज़िट, आईएनएस विश्वकर्मा और आईएनएस देगा की यात्रा सहित कई गतिविधियों की एक श्रृंखला निर्धारित है। इसके अलावा बांग्लादेश नौसेना पर विशेष वृत्तचित्र की स्क्रीनिंग और 1971 के युद्ध के दिग्गजों के साथ बातचीत इस यात्रा का मुख्य आकर्षण होगी। इस यात्रा के दौरान भारत और बांग्लादेश के बीच शीर्ष स्तर पर वार्ता भी होगी, जिसमें नई दिल्ली स्थित बांग्लादेश के उच्चायोग से आने वाले प्रतिनिधिमंडल के अलावा बांग्लादेश के उच्चायुक्त मुहम्मद इमरान के नेतृत्व में बांग्लादेश के रेजिडेंट डिफेंस अताशे और बीएनएस ‘सोमुद्रा अविजान’ के कमांडिंग ऑफिसर शामिल होंगे।
दोनों देशों के इन अधिकारियों के साथ पूर्वी नौसेना कमान के कमांडिंग-इन-चीफ फ्लैग ऑफिसर वाइस एडमिरल एबी सिंह बातचीत करेंगे। आधिकारिक कॉल के दौरान ईस्टर्न फ्लीट के कमांडिंग ऑफिसर रियर एडमिरल तरुण सोबती भी शामिल होंगे।भारत और बांग्लादेश संयुक्त रूप से इस वर्ष बांग्लादेश मुक्ति संग्राम और 1971 युद्ध में जीत की स्वर्ण जयंती समारोह मना रहे हैं। इसमें दोनों नौसेनाओं की पारस्परिक जहाज यात्राएं भी शामिल हैं। बांग्लादेश के तीनों सशस्त्र बलों ने नई दिल्ली में गणतंत्र दिवस परेड में भागीदारी की थी। भारत और बांग्लादेश के बीच समुद्री क्षेत्र में मौजूदा रक्षा संबंधों को और मजबूत करने पर जोर दिया जा रहा है।