पटना, 26 नवम्बर (हि.स.)। भागलपुर जिले के पीरपैंती से भाजपा विधायक ललन पासवान ने गुरुवार को पटना के निगरानी थाने में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के खिलाफ कथित फोन कॉल को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने लालू प्रसाद यादव के खिलाफ भारतीय दंड विधान एवं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की सुसंगत धाराओं के अंतर्गत मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है। आवेदन के साथ उन्होंने लालू के साथ बातचीत की ऑडियो क्लिप और बातचीत की स्क्रिप्ट भी संलग्न की है।
निगरानी थाने को दिये गये आवेदन में भाजपा विधायक ने कहा कि 24 नवम्बर को मेरे मोबाइल फोन नंबर 9771710340 पर मोबाइल फोन नंबर 8051216302 से कॉल आई। फोन रिसीव करने पर दूसरी ओर से बताया गया कि मैं लालू प्रसाद यादव बोल रहा हूं, तब मैंने समझा की शायद चुनाव जीतने के कारण बधाई देने के लिए उन्होंने फोन किया है, इसीलिए मैंने उनको कहा, आपको चरण स्पर्श। उसके बाद उन्होंने मुझे कहा कि वो मुझे आगे बढ़ाएंगे। मुझे मंत्री पद दिलवाएंगे, इसीलिए 25 नवम्बर को बिहार विधानसभा अध्यक्ष के चुनाव में मैं अनुपस्थित होकर अपना वोट नहीं दूं। उन्होंने यह भी बताया कि इस तरह से वो कल एनडीए की सरकार गिरा देंगे। इस पर मैंने उन्हें कहा कि मैं पार्टी का सदस्य हूं। ऐसा करना मेरे लिए गलत होगा। उस पर उन्होंने मुझे पुनः प्रलोभन दिया और कहा कि आप सदन से गैरहाजिर हो जाइए और कह दीजिये कि कोरोना हो गया है, बाकी हम देख लेंगे।
विधायक पासवान ने आवेदन में यह भी कहा है कि लालू प्रसाद यादव राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। साथ ही चारा घोटाला केस में रांची में सजायाफ्ता हैं। उन्होंने जानबूझ कर सोची-समझी साजिश के तहत राजनीति में आगे बढ़ाने और मंत्री बनाने का लालच देकर एक जनसेवक (विधायक) का वोट खरीदने और राष्ट्रीय जनतांत्रिक पार्टी की सरकार को गिराने के लिए जेल के अंदर से फोन कर मुझसे संपर्क किया। मेरा वोट महागठबंधन के पक्ष में लेने की कोशिश की और मुझसे भ्रष्ट आचरण कराने का प्रयास किया। इसलिए भारतीय दंड विधान एवं भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम 1988 की सुसंगत धाराओं के तहत लालू प्रसाद यादव पर मुकदमा दर्ज कर कानूनी कार्रवाई की जाये।
क्या है मामला
पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने करोड़ों के चारा घोटाले के चार मामलों में सजायाफ्ता पूर्व मुख्यमंत्री व राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव पर रांची की जेल से बिहार विधानसभा अध्यक्ष पद के चुनाव को प्रभावित करने की नीयत से भाजपा विधायक को फोन कर प्रलोभन देने का आरोप लगाया था। 25 नवम्बर को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक ऑडियो जारी करते हुए दावा किया था कि रांची की जेल में सजा काट रहे राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव से भागलपुर जिले के पीरपैंती विधानसभा क्षेत्र से भाजपा विधायक ललन पासवान को फोन किया और उन्हें मंत्री पद का प्रलोभन दिया। इसके बाद भाजपा विधायक ललन पासवान ने भी दावा किया था कि लालू यादव ने उन्हें फोन कर मंत्री पद का ऑफर देते हुए सरकार गिराने की बात कही। हालांकि उन्होंने यह ऑफर ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि लालू यादव का फोन तब आया, जब वे पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी के आवास पर बैठे थे।
ऑडियो से नहीं हुई है कोई छेड़छाड़ः ललन पासवान
भाजपा विधायक ललन पासवान ने कहा कि एनडीए ने मुझे पहचान दी है और मेरे लिए पार्टी से बढ़कर कुछ नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर ऑडियो गलत साबित हुआ और उसके साथ छेड़छाड़ हुई होगी तो मैं विधायक पद से इस्तीफा दे दूंगा।