इंदौर/भोपाल, 26 जून (हि.स.)। बारिश से पहले एक जर्जर भवन गिराने पहुंचे नगरनिगम के अमले को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। स्थानीय लोगों के साथ विधायक आकाश विजयवर्गीय ने भी नगर निगम कर्मचारियों को कार्रवाई करने से रोका। निगम कर्मियों के नही मानने पर विधायक आपा खो बैठे और बैट उठाकर नगर निगम के एक अधिकारी की पिटाई कर दी। फिलहाल इस घटना के विरोध में नगर निगम के कर्मचारी जहां एमजी रोड थाने का घेराव कर रहे हैं, वहीं भाजपा के कार्यकर्ता भी थाने पहुंच गए हैं और विधायक के समर्थन में नारेबाजी कर रहे हैं।
इंदौर नगर निगम का अमला बुधवार सुबह गंजी कंपाउंड स्थित एक जर्जर भवन को गिराने के लिए जेसीबी और पोर्कलेन मशीनों के साथ पहुंचा था। लेकिन कार्रवाई शुरू होने से पहले ही स्थानीय लोगों ने उसका विरोध शुरू कर दिया। जैसे ही इसकी सूचना विधायक आकाश विजयवर्गीय को लगी, वे भी गंजी कंपाउंड पहुंच गए। उन्होंने नगर निगम के अधिकारियों से बिल्डिंग में रह रहे लोगों को कुछ दिनों की मोहलत दिए जाने की बात कही। लेकिन जब नगर निगम के अधिकारी बिल्डिंग गिराने के अपने रवैये पर कायम रहे, तो विधायक विजयवर्गीय से उनकी बहस हो गई। विधायक विजयवर्गीय अपना आपा खो बैठे और हाथ में बैट लेकर नगरनिगम अधिकारी की पिटाई कर दी। इसके बाद स्थानीय लोगों ने नगर निगम के अमले को वहां से खदेड़ दिया। इससे आक्रोशित निगम कर्मियों ने आरोपितों के खिलाफ कार्रवाई किये जाने को लेकर एमजी रोड थाने का घेराव शुरू कर दिया।
आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू-
इस घटना के बारे में विधायक आकाश विजयवर्गीय ने मीडिया से चर्चा के दौरान कहा कि नगरनिगम के अमले में कोई महिला अधिकारी नहीं थी। टीम में शामिल पुरुष अधिकारी बिल्डिंग में रहने वाली महिलाओं को घसीटकर बाहर कर रहे थे। इसीलिए भीड़ बेकाबू हो गई थी। वहीं, प्रदेश कांग्रेस ने इस घटना को लेकर भाजपा पर तीखे हमले किए हैं। प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी के.के.मिश्रा ने कहा है कि इस घटना के बाद प्रदेश भाजपा अध्यक्ष राकेशसिंह को यह बताना चाहिए कि मध्यप्रदेश को बंगाल कौन बना रहा है? अराजकता कमलनाथ सरकार पैदा कर रही है या भाजपा के कार्यकर्ता और विधायक कर रहे हैं?