नई दिल्ली, 15 दिसम्बर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर हुए हमले के मुद्दे पर यहां चुनाव आयोग से मिला।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा सांसद स्वपन दासगुप्ता, पश्चिम बंगाल के भाजपा सचिव सब्यसाची दत्ता और भाजपा चुनाव समिति के संयोजक शिशिर बाजोरिया शामिल रहे। चुनाव आयोग से मुलाकात के बाद स्वपन दासगुप्ता ने कहा कि पश्चिम बंगाल में विकट परिस्थितियों को देखते हुए जल्द से जल्द आदर्श आचार संहिता लागू की जानी चाहिए। उन्होंने बताया कि चुनाव आयोग के समक्ष हमने पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था की स्थिति का मुद्दा उठाया।
मुख्य चुनाव आयुक्त को सौंपे ज्ञापन में भाजपा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में पुलिस अधिकारी और कुछ सरकारी कर्मचारी भेदभाव पूर्ण व्यवहार कर रहे हैं। यही अधिकारी आगे चलकर चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा भी बनेंगे।भाजपा ने अनुरोध किया कि चुनाव आयोग पश्चिम बंगाल की स्थिति को देखते हुए हस्तक्षेप करे। तृणमूल कांग्रेस के समर्थन से पश्चिम बंगाल पुलिस चुनाव प्रचार अभियान को मुश्किल बना रही है जिससे बड़े स्तर पर हिंसा फैल रही है। ऐसे में केंद्रीय पुलिस बल की जल्द तैनाती होनी चाहिए। आयोग जल्द से जल्द जनप्रतिनिधित्व कानून की धारा 15 के तहत आदर्श आचार संहिता का नोटिफिकेशन जारी करे। साथ ही चुनावों के दौरान पश्चिम बंगाल राज्य सरकार कर्मचारी संघ के सदस्यों को मतदान प्रक्रिया में प्रयोग ना हो। यह सभी मुख्यमंत्री और तृणमूल की मदद करने की बात कह चुके हैं।
भारतीय जनता पार्टी ने 18 नवम्बर, 2020 को जारी मसौदा मतदान सूची में गड़बड़ी की ओर भी चुनाव आयोग का ध्यान आकृष्ट किया है। ज्ञापन में कहा गया है कि 10 दिसम्बर को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर ईंट और पत्थरों से हमला हुआ। भाजपा नेता कैलाश विजयवर्गीय और अन्य इस हमले में चोटिल हुए। यह हमला पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स की मौजूदगी में हुआ। यह लोग मूकदर्शक बने रहे। तृणमूल कांग्रेस के विधायकों के निर्देश पर काफिले को रोकने की कोशिश की गई।