पटना, 24 सितम्बर (हि.स.) । भाजपा ने लोजपा प्रमुख चिराग पासवान को अपनी ओर से अंतिम समयावधि बता दी है । चिराग यदि 25+2 के फॉर्मूले पर तैयार होते हैं तो ठीक है, नहीं तो भाजपा आगे उन्हें किसी भी बात को लेकर तरजीह देने के मूड में नहीं है। सूत्रों की मानें तो भाजपा और जदयू के बड़े नेताओं के बीच हुई बातचीत में यह फॉर्मूला तैयार किया गया है। 25+2 का मतलब है कि विधानसभा में लोजपा को लड़ने के लिए 25 सीटें दी जायेंगी और एनडीए की तरफ से लोजपा के दो नेताओं को विधान परिषद में भेजा जाएगा। इस समयावधि के 24 घंटे बीत चुके हैं मगर अब तक चिराग की तरफ से कोई जवाब नहीं आया है।
जदयू नेता ललन सिंह और आरसीपी सिंह दिल्ली में हैं। उनकी भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और बिहार भाजपा प्रभारी भूपेंद्र यादव के साथ लगातार बातचीत हो रही है। दोनों पार्टियों के बड़े नेताओं की बैठक में यह साफ हो चुका है कि भाजपा और जदयू दोनों बराबर सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। हालांकि, जदयू लगातार ज्यादा सीटों की मांग कर रहा था लेकिन दूसरे दलों के एनडीए में शामिल होने के चलते अब यह मुमकिन नहीं दिखाई दे रहा है। चिराग को लेकर भी अभी कोई अंतिम फैसला नहीं हुआ है। जदयू और भाजपा सिर्फ चिराग को दिया गया समय समाप्त होने का इंतजार कर रही हैं । सूत्रों के मुताबिक अगर चिराग नहीं मानते हैं तो भाजपा और जदयू आपस में सीटें बांट लेंगी।
42 सीटों पर अड़े हैं चिराग
चिराग लंबे समय से यह बात कह रहे हैं कि जिस तरह लोकसभा चुनाव में सीटों का बंटवारा हुआ था, ठीक उसी तरह विधानसभा में भी सीटें मिलनी चाहिए। वे 42 से कम सीटों पर लड़ने के लिए तैयार नहीं हैं। बीच में लोजपा के बड़े नेता सूरजभान सिंह एक फॉर्मूला लेकर आए थे, जिसमें उन्होंने 34 सीटों की बात कही थी और यह भी कहा था कि इसमें 20 सीटें अपनी पसंद की लेंगे। भाजपा और जदयू इसको लेकर राजी नहीं हैं ।
कुशवाहा को 5 और मांझी को मिल सकती हैं 3 सीट
पार्टी सूत्रों की मानें तो अगर कुशवाहा महागठबंधन छोड़कर एनडीए में आते हैं तो उन्हें 5 सीटें मिल सकती हैं। वहीं, मांझी को तीन सीटें मिलने की संभावना है। भाजपा और जदयू इस बात पर सहमत हैं कि दोनों नेता अपनी पसंद की सीटें ले सकते हैं।