कच्ची कॉलोनी और सीएए के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए भाजपा करेगी रात्रि प्रवास

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नई दिल्ली, 23 जनवरी (हि.स.)। भाजपा दिल्ली विधानसभा चुनाव में कच्ची कॉलोनियों का लाभ लेने के लिए केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही सुविधाओं के बारे में लोगों को जागरूक करेगी। इसके लिए भाजपा के राष्ट्रीय व प्रदेश स्तर के नेता झुग्गियों में रात्रि प्रवास करेंगे। इस दौरान वहां छोटी-छोटी मीटिंग और चाय पर चर्चा इत्यादि के कार्यक्रमों का आयोजन होगा। इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य पांच साल तक केजरीवाल द्वारा झुग्गी-झोपड़ी वासियों को किए गए झूठ वादों और खोखले दावों को उजागर करना होगा। इसके अलावा नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) के बारे आम आदमी और कांग्रेस पार्टी द्वारा फैलाए गए भ्रम का पर्दाफाश करने लिए लोगों के बीच चर्चा होगी। यह बात पूर्व केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने बुधवार को प्रदेश भाजपा कार्यालय पर आयोजित पत्रकार वार्ता में कही।

विजय गोयल ने बताया कि गुरुवार से वो मोतीनगर के झुग्गियों में रात्रि प्रवास करेंगे और सुबह पदयात्रा निकालेंगे। उन्होंने कहा कि जो आम आदमी पार्टी की सरकार ये दावा करती थी कि वह वीआईपी कल्चर से दूर है और झुग्गी-झोपड़ी व अनधिकृत कॉलोनियों के विकास के लिए काम करेगी। आज वह एक खास लोगों को पार्टी बनकर रह गई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में 675 स्लम हैं, जिसमें लगभग 18 लाख लोग रहते हैं, जिन्हें केजरीवाल ने आजतक गुमराह किया और फर्जी मुख्यमंत्री आवास योजना का प्रमाणपत्र बांटकर झुग्गी-झोपड़ी में रहने वाले लोगों की गरीबी का मजाक उड़ाया है।

भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना, आयुष्मान भारत योजना को दिल्ली में लागू होने से रोककर केजरीवाल सरकार ने गरीबों को केंद्र द्वारा दी जा रही सुविधाओं से वंचित रखा। उन्होंने कहा कि अब ‘जहां झुग्गी वहां मकान योजना’ के तहत केंद्र की भाजपा सरकार दिल्ली में रह रहे झुग्गीवासियों को पक्का मकान देने जा रही है, जिसका काम डीडीए ने शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं कच्ची कॉलोनियों में रहनेवालें लोगों को मालिकाना हक देने के लिए रजिस्ट्री का काम तेजी से चल रहा है।
गोयल ने केजरीवाल से सवाल पूछा कि अगर केजरीवाल को सच में दिल्ली के गरीबों की चिंता थी तो उन्होंने पांच सालों तक प्रधानमंत्री अवासा योजना को क्यों नहीं लागू किया? जवाहरलाल नेहरू अर्बन रिन्यूएबल मिशन के तहत बने हुए 36,000 मकान, जो अब जर्जर हालत में हैं वो अब तक गरीबों को आवंटित क्यों नहीं हुआ?

 


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